किच्छा में चुनाव रोकने का मुख्य कारण कांग्रेसियों द्वारा सिरौलीकला को किच्छा से अलग करने हेतु कोर्ट में डाली गई रिट है जिसमें कोर्ट ने सरकार से जनवरी में जवाब मांगा है,

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किच्छा , इसी कारण पूरे प्रदेश में केवल किच्छा में चुनाव रोका गया है जिसकी जिम्मेदार कांग्रेस पार्टी है।
पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने उक्त आरोप लगाते हुए कहा कि सिरौली को किच्छा में मिलाने एवं उसको अलग करके नगर पंचायत का विरोध भी कांग्रेसियों ने हाई कोर्ट में किया तथा सिरौलीकला को किच्छा से अलग करके जब पुनः ग्रामसभा या नगर पालिका बनाने पर सरकार विचार कर रही थी इसी बीच कांग्रेसियों ने हाईकोर्ट से सरकार के फैसले पर स्टे कराकर पूरे किच्छा व सिरौली कला को चुनाव से वंचित करके उसका विकास रोकने का काम किया है।

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प्रिंट मीडिया,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर

शुक्ला ने कहा कि सरकार हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखकर सिरौली कला को किच्छा से अलग करायेगी तथा जल्दी ही दोनों जगह किच्छा व सिरौली कला में चुनाव होंगे। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को विकास विरोधी बताया, उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन में हमेशा किच्छा के साथ सौतेला व्यवहार किया और आज जब किच्छा आगे बढ़ रहा है तो कांग्रेस हाईकोर्ट का सहारा लेकर मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।


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