केद्रीय मंत्री कौशल किशोर के घर में उनके बेटे के दोस्त की हत्या से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हलचल मच गई है. इस मामले में सूत्रों ने एक बड़ा खुलासा किया है. केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के आवास के जिस कमरे में मर्डर हुआ था.

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उसका सीसीटीवी बंद था. जबकि केंद्रीय मंत्री के घर के बाकी कैमरे चालू थे. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है और इसी कड़ी में कौशल किशोर के घर के सीसीटीवी फुटेज अपने साथ ले गई है.

मर्डर की वारदात से पहले 6 लोग भीतर जाते देखे गए थे, लेकिन हैरानी की बात यह है कि जिस कमरे में मर्डर हुआ, उसका सीसीटीवी बंद मिला. सूत्रों ने दावा किया है कि हत्या की प्लानिंग पहले से ही की गई थी. इस मामले में केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का बयान भी सामने आया है.

उनका कहना है कि घटना की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने तत्काल कमिश्नर को फोन किया. उन्हें पुलिस की जांच पर पूरा भरोसा है. हम जांच में पूरा सहयोग करेंगे. मृतक विनय हमारे परिवार की सदस्य की तरह था.

एसआईटी जांच पर क्या कहा?

उन्होंने आगे कहा कि विनय के परिवार से एसआईटी की जांच को लेकर कोई बात नहीं हुई है. न्याय मिलने की बात हुई थी. मैं विनय श्रीवास्तव के परिवार के साथ हूं. अगर उनकी एसआईटी की मांग है और उससे वो संतुष्ट है तो हम तब भी उनके साथ हैं. बता दें कि मृतक के भाई ने सीधे तौर पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के बेटे पर पर अपने भाई की हत्या करवाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है किमेरा भाई हमेशा विकास किशोर के साथ रहता था.

गुरुवार की रात जब वो देर तक घर नहीं लौटा तो हमने उसे फोन किया. इसके बाद हम लोग मंत्री कौशल किशोर घर पहुंचे. मेरे भाई के शर्ट के बटन टूटे हुए थे. कपड़ा फटा हुआ था. वहीं पर रिवॉल्वर भी मिली जिससे गोली चलाई गई थी. ये विकास किशोर की लाइसेंसी रिवॉल्वर थी.

जबकि मंत्री के बेटे हमेशा पिस्तौल अपने साथ रखते थे. वह हमेशा भाई को दिल्ली लेकर जाते थे. इस बार क्यों नहीं ले गए और पिस्तौल क्यों छोड़कर गए. ये प्लांनिग के तहत हत्या है. आत्महत्या की बात कही जा रही है, वो भी गलत है.

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