
ताजा मामले में लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद के राइट हैंड अबू कताल की हत्या कर दी गई. अबू कताल लश्कर के साथ ही जमात-उद-दावा का भी कामकाज देखता था. जिया-उर-रहमान उर्फ नदीम उर्फ अबू कताल उर्फ कताल सिंधी भारत में हुए कई आतंकवादी हमलों में वॉन्टेड था. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के झेलम इलाके में अबू कताल की हत्या कर दी गई. अब हर तरफ एक ही सवाल उठ रहा है कि अज्ञात बंदूकधारियों का अगला टारगेट कौन है? क्या निशाने पर भगोड़ा अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम है?


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
भगोड़ा डॉन दाऊद इब्राहिम साल 1993 के मुंबई ब्लास्ट का मास्टरमाइंड है. भारत में कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए दाऊद पाकिस्तान भाग निकला. बताया जात है कि वह पाकिस्तान के कराची शहर में सालों से रह रहा है. दाऊद को पाकिस्तान सरकार, आर्मी और ISI की सरपरस्ती हासिल है. भारत पूर्व में कई बाद पड़ोसी देश से दाऊद को हैंडओवर करने की मांग कर चुका है, लेकिन पाकिस्तान की ओर से अभी तक इस बाबत कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है. कुछ रिपोर्ट की मानें तो दाऊद इब्राहिम कराची के क्लिफ्टन इलाके में रहता है. हालांकि, स्वतंत्र रूप से इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती है. दाऊद द्वारा ठिकाने बदलने की खबरें में सामने आती रहती हैं.
अगला टारगेट कौन?
पाकिस्तान में लगातार दुर्दांत आतंकवादियों की हत्याएं हो रही हैं. अज्ञात बंदूकधारी और हमलावर हाई-प्रोफाइल टेररिस्ट को पहले टारगेट करते हैं फिर उनके मूवमेंट पर पैनी नजर रखा जाता है. मौका मिलते ही उनकी हत्या कर दी जाती है. ऐसे हमलावरों के बारे में अभी तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है. हाफिज सईद के राइट हैंड अबू कताल की हत्या के बाद अब दाऊद इब्राहिम पर भी नजर हो सकती है. अज्ञान हमलावर दाऊद को भी निशाना बना सकते हैं. हालांकि, यह क्लियर नहीं है कि दाऊद इब्राहिम इन दिनों कहां छिपा बैठा है. पाकिस्तानी सेना ने उसे किसी गुमनाम जगह पर छिपा रखा है या फिर जान बचाने के लिए वह पाकिस्तान छोड़कर किसी और ठिकाने पर रह रहा है.
मसूद अजहर के करीबी की हो चुकी है हत्या
जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मौलाना मसूद अजहर के निकट सहयोगी को भी अज्ञात हमलावर निपटा चुके हैं. साल 2023 में मसूद अजहर के करीबी मौलाना रहीमुल्ला तारिक की अज्ञात बंदूकधारियों ने हत्या कर दी थी. इस हत्याकांड को कराची में अंजाम दिया गया था. इससे पहले लश्कर कमांडर अकरम गाजी की खैबर पख्तूनख्वा में हत्या कर दी गई थी. उससे पहले जम्मू-कश्मीर के संजवान हमले का मास्टरमाइंड ख्वाजा शाहिद की भी हत्या कर दी गई थी. इसके अलावा पाकिस्तान में रहकर भारत पर हमले की साजिश रचने वाले या फिर अटैक में शामिल रहे कई आतंकवादियों को अज्ञात हमलावर मौत की नींद सुला चुके हैं.
