बहराइच में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसा और आगजनी की घटना के बाद जो हालात बिगड़ते थे अपने नियंत्रण में हैं। चप्पे पर पुलिलबल की तैनाती की गई है

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स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए PAC की 10 कंपनियों को तैनात किया गया है। कानून-व्यवस्था पर सीएम योगी खुद नजर बनाए रखे हैं। एसटीएफ चीफ अमिताभ यश ने बहराइच में मोर्चा संभाल लिया है। अमिताभ यश सड़कों पर हाथ में हथियार लेकर खुद दंगाइयों को खदड़ते नजर आए, जिसकी बात हालात में थोड़े सुधार हुए।

हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह

अमिताभ यश उत्तर प्रदेश के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) भी हैं, उन्होंने बहराइच में मोर्चा संभाला तो स्थिति थोड़ी सुधरी। पिछले दो दिन से उत्तर प्रदेश के बहराइच का महाराजगंज इलाका जल रहा है। दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान रविवार को दो समुदायों के बीच झड़प में एक व्यक्ति की मौत हुई थी। इसी को लेकर सोमवार को महाराजगंज में बवाल हुआ है ।हजारों लोगों की उग्र भीड़ हाथों में लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर उतरी। जगह-जगह आगजनी की गई। प्रदर्शनकारियों ने इलाके में अस्पताल और दवा की दुकानों में आग लगा दी।

सीएम योगी का बड़ा एक्शन

घटना के बाद सीएम योगी ने एक के बाद एक बड़े एक्शन लिया। 12 कंपनी पीएससी की तैनात की गई है। 02 कंपनी सीआरपीएफ, 01 कंपनी आरएएफ और गोरखपुर जोन की पुलिस फोर्स ने भी बहराइच में मोर्चा संभाला है। शासन-प्रशासन और पुलिस ने जनता से अपील की है कि अफवाहों/भ्रामक खबरों से सावधान रहें। माहौल को बेहतर बनाने 04 आईपीएस, 02 एएसपी, 04 सीओ की भी तैनाती की गई है ।

एडीजी ने संभाला मोर्चा

CM योगी के निर्देश पर ग्राउंड जीरो पर एडीजी कानून-व्यवस्था और गृह सचिव ने मोर्चा संभाल रखा है। वहीं, सीएम योगी ने आदेश में साफ-साफ कह दिया है कि एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए। आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देना के भी ऐलान सीएम योगी ने कर दिया है। वहीं, मामले में अब तक 30 से अधिक उपद्रवी हिरासत में लिए गए हैं। वहीं 10 के विरुद्ध FIR दर्ज किया है जिनमें 04 नामजद हैं।

आरोपियों की तालाश में छापेमारी

अब्दुल हमीद को बहराइच हिंसा का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। इस हमले में उसके 2 बेटे सरफराज और फहीम भी नामजद है। वहीं, तीसरा बेटा जो नेपाल में रहता है उसके भी हाथ हिंसा में होने की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल FIR में उसका नाम दर्ज नहीं है। वहीं, घटना के सिलसिले में सलमान नामक एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बताया जाता है कि उसकी दुकान से कथित गोलीबारी हुई थी। संदिग्ध लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस आरोपियों की पकड़ के लिए छापेमारी कर रही है।

बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान क्या हुआ?

रविवार को मंसूर गांव के महाराजगंज इलाके में दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के लिए एक जुलूस निकाला गया था। देवी दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के लिए निकाले गए जुलूस के दौरान हुई हिंसा में 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी वहीं, पथराव में करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे। घटना के बाद से इलाके में तनाव व्याप्त है। पुलिस के अनुसार, रविवार को विसर्जन के लिए देवी दुर्गा की मूर्ति लेकर मंसूर गांव के महाराजगंज बाजार से एक जुलूस गुजर रहा था। जब जुलूस मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रहा था तभी दूसरे समुदाय द्वारा कथित तौर पर हमला किया गया।

सूत्रों के मुताबिक, बहराइच में पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक तनाव बढ़ा हुआ है, जिसके कारण प्रशासन को अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती करनी पड़ी। हालांकि, स्थिति उस समय बिगड़ गई जब भीड़ बेकाबू हो गई और स्थानीय पुलिस और सुरक्षा बलों को चुनौती देने लगी।

ऐसे हालात में ADG अमिताभ यश खुद मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कमान अपने हाथों में ली। उनकी मौजूदगी के बावजूद, भीड़ द्वारा की गई हिंसा के चलते माहौल और भी गरमा गया। इस बीच, एक वीडियो में अमिताभ यश को हाथ में पिस्टल लेकर नजर आते हुए देखा गया, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हालात कितने गंभीर हो चुके थे।

बहराइच पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए कर्फ्यू लगा दिया है और इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं ताकि अफवाहें न फैल सकें। पुलिस प्रशासन का कहना है कि वे हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि शांति बनाए रखी जाए और स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य किया जा सके।

ADG अमिताभ यश का पिस्टल लेकर सड़क पर उतरना इस बात का संकेत है कि प्रशासन हालात को किसी भी कीमत पर बेकाबू नहीं होने देना चाहता। पुलिस और प्रशासन के उच्च अधिकारी लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और आम जनता से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।

स्थानीय नागरिकों में इस घटना के बाद डर का माहौल व्याप्त हो गया है। लोग घरों में बंद रहने को मजबूर हैं, और बाजार, स्कूल, और अन्य सार्वजनिक स्थान बंद कर दिए गए हैं। सोशल मीडिया पर भी इस घटना की चर्चा तेज हो गई है, और लोग प्रशासन की कार्यवाही पर सवाल उठा रहे हैं।

अधिकारियों का कहना है कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और जरूरत पड़ने पर और भी सख्त कदम उठाए जा सकते हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त न किया जाए।

बहराइच की इस घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है, और अब यह देखना होगा कि प्रशासन कैसे हालात को संभालता है और आम जनता में फिर से विश्वास कैसे बहाल होता है।


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