निकाय चुनाव में दमदार प्रत्याशियों की तलाश में अलग-अलग क्षेत्रों में गई पर्यवेक्षकों की टीम रविवार को नामों के पैनल पार्टी नेतृत्व को सौंपेंगे। 25 और 26 दिसंबर को प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट पर्यवेक्षकों के साथ सौंपी गई रिपोर्ट पर मंथन करेंगे।

Spread the love

पैनल बनाए जाने के साथ ही पार्टी ने सभी निकायों में जिताऊ प्रत्याशी की तलाश के लिए एक सर्वे कराएगी।

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

इसके एक एजेंसी का चयन कर लिया गया है। एजेंसी दो दिन सर्वे कर रिपोर्ट संगठन को सौंप देगी। निकाय चुनाव को लेकर भाजपा ने कसरत तेज कर दी है। तकरीबन सभी पर्यवेक्षक टीमों ने अपने-अपने निकायों में मेयर, अध्यक्ष और वार्ड सदस्यों के पद पर रायशुमारी कर पैनल तैयार कर दिए हैं। पर्यवेक्षकों को रविवार तक नामों के पैनल पार्टी को सौंपने हैं। माना जा रहा है कि अधिकतर पर्यवेक्षक टीमें अपने-अपने निकायों में रायशुमारी कर लौट आई हैं।

Uttarakhand: फर्जी तरीके से आयुष्मान कार्ड लेने वालों का इलाज करेगी धामी सरकार, नए साल में लेगी ये फैसले

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के मुताबिक, रविवार तक नामों के पैनल संगठन को प्राप्त हो जाने की पूरी संभावना है। इसके बाद 25 और 26 दिसंबर को पर्यवेक्षकों के साथ एक बैठक बुलाई गई है। इन बैठकों में उनके द्वारा सौंपे गए पैनल पर विचार-विमर्श होगा। एजेंसी के किए सर्वे और पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर पार्टी प्रत्याशियों का चयन करेगी। नामांकन से पहले पार्टी अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी।

सुझावों के आधार पर नामों की सूची हो रही तैयार

देहरादून नगर निगम चुनाव के लिए भाजपा में आलाकमान ने पूर्व संगठन मंत्री सुरेश भट्ट, पुरोला विधायक दुर्गेश लाल और पूर्व जिलाध्यक्ष संजय गुप्ता को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। तीसरे दिन भी तीनों पर्यवेक्षक महानगर कार्यालय में डटे रहे और मंडल स्तर से प्राप्त हो रहे सुझावों के आधार पर नामों की सूची तैयार करते रहे।

महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल ने बताया कि शनिवार को शहीद दुर्गमल्ल मंडल, श्रीदेव सुमन नगर मंडल, जीएमएस मंडल, प्रेमनगर-कांवली मंडल के साथ ही शेष जिला व प्रदेश प्रकोष्ठ के साथ राशुमारी की गई। अब आज अंतिम दो मंडल अंबेडकर नगर मंडल और करनपुर मंडल की रायशुमारी की जाएगी।

इसके बाद पर्यवेक्षक सभी वार्डों और महापौर पद पर नामों को वरीयता के क्रम में सूचीबद्ध करेंगे और अपने विश्लेषण के साथ पार्टी मुख्यालय को सौंप देंगे। इस दौरान दिनभर कार्यालय में भीड़ उमड़ी रही। महापौर पद के तमाम दावेदार भी कुर्सी लगाकर प्रांगण में बैठे रहे तो पार्षद पद के दावेदार भी इधर से उधर चक्कर लगाते नजर आए। साथ ही पार्टी कार्यकर्ता भी अगल-अलग गुटों में चुनावी चर्चा में मशगूल रहे।

आपस में भिड़ने वाली महिला कार्यकर्ताओं के फोन स्विच आफ

दोपहर बाद भाजपा महानगर कार्यालय में जीएमएस मंडल की रायशुमारी हुई। इसके बाद प्रेमनगर कांवली मंडल का नंबर आया। बताया जा रहा है कि इसी दौरान दो महिला कार्यकर्ता आपस में भिड़ गईं। चश्मदीदों की मानें तो यहां एक मंडल की पदाधिकारी और एक वार्ड की निवर्तमान पार्षद के बीच मंडल की सूची को लेकर बहस हो गई।

देखते ही देखते बहस तीखी नोकझोंक और फिर मारपीट में तब्दील हो गई। ऐसे में आसपास के कार्यकर्ताओं ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। महानगर के पदाधिकारियों ने मारपीट की बात को नकारा है। उन्होंने हल्की बहस होने की बात कही। जबकि उक्त महिला कार्यकर्ताओं से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनके फोन स्विच आफ थे।


Spread the love