साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में 24 वर्षीय छात्रा का गैंगरेप मामले में कई बड़े खुलासे हो रहे हैं। गैंगरेप के मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा कभी-कभी साइको जैसी हरकते करता था।

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मनोजीत पीड़ित युवती से पहले भी कई लड़कियों को शादी का ऑफर दे चुका था। यही नहीं, दोस्तों को लड़कियों के अश्लील वीडियो और फोटो भेजना, यौन हिंसा करना और छात्राओं पर अभद्र टिप्पणियां करना मनोजीत के लिए आम बात थी।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार मनोजीत मिश्रा को लॉ कॉलेज में सभी ‘मैंगो’ के नाम से जानते हैं। ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) की छात्र संघ का हिस्सा रहे मनोजीत को 2021 में निष्कासित कर दिया गया था, लेकिन मनोजीत की हरकतों में कोई बदलाव नहीं आया।

पीड़िता से पूछा ‘तुई अमय बिये कोरबी?’

“तुई अमय बिये कोरबी…? (क्या तुम मुझसे शादी करोगी?)” मनोजीत ने यही सवाल 24 वर्षीय गैंगरेप पीड़िता से पूछा और उसके इनकार करने पर दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराध को अंजाम दिया। हालांकि, पीड़िता से पहले भी मनोजीत कई छात्राओं से यह सवाल पूछ चुका था।

मनोजीत के खिलाफ हुई कई शिकायतें

कॉलेज के अन्य छात्रों के अनुसार, मनोजीत लड़कियों की अश्लील तस्वीरें अपने दोस्तों में सर्कुलेट करता था। महिलाओं के साथ यौन संबंध के वीडियो बनाता था और उसे दोस्तों को दिखाता था। साथ ही वो छात्राओं को अक्सर बॉडी शेम किया करता था। कई छात्राओं ने उसके खिलाफ उत्पीड़न, छेड़छाड़, जबरन वसूली और मारपीट की शिकायत की, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने उसके खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं की।

कॉलेज प्रशासन ने नहीं लिया एक्शन

छात्रों के अनुसार, मनोजीत मिश्रा की पहुंच पूरे कॉलेज में है। वो कॉलेज के व्हाट्सएप ग्रुपों में लोगों को गुमराह करता था। लॉ कॉलेज की एक छात्रा ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा-

मनोजीत और उसके सभी साथी खासकर लड़कियों के लिए किसी आतंकी से कम नहीं थे। कॉलेज प्रशासन को सबकुछ पता था, लेकिन उन्होंने भी हमेशा मनोजीत को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हमने टीचर इनचार्ज के पास मनोजीत के खिलाफ यौन हिंसा की शिकायत भी दर्ज की थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ।

आरजी कर मामले में प्रदर्शन करने वालों को धमकाया

लॉ कॉलेज में फर्स्ट ईयर के छात्रों ने कहा, “छात्र संघ से जुड़े लोगों के पास कॉलेज में कुछ भी करने का लाइसेंस था। ग्रुप में भद्दे मजाक करना और गंदी तस्वीरें भेजना आम बात थी। हम डर की वजह से कुछ नहीं बोलते थे।” एक अन्य छात्र के अनुसार, मनोजीत मिश्रा ने उन स्टूडेंट्स को भी धमकाया था, जिन्होंने पिछले साल आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए गैंगरेप के खिलाफ प्रदर्शन में हिस्सा लिया था।

गैंगरेप के अन्य दो आरोपी

गैंगरेप में शामिल प्रोमित मुखर्जी (रीजू) ने भी आरजी कर मेडिकल कॉलेज गैंगरेप-मर्डर के खिलाफ हुए धरना प्रदर्शन में हिस्सा लिया था और आरोपी के लिए मृत्युदंड की मांग की थी। वहीं, तीसरे आरोपी का नाम जुनैद है, जो हावड़ा का रहने वाला है।

फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि आरोपी छात्रा को जबरन गार्ड रूम में घसीटकर ले जा रहे हैं। इससे छात्रा ने जो लिखित शिकायत दी है उसकी पुष्टि होती है।

कॉलेज के CCTV में 25 जून 2025 (वारदात वाला दिन) की दोपहर 3:30 बजे से रात 10:50 बजे तक करीब 7 घंटे की फुटेज हैं। पुलिस के मुताबिक “CCTV फुटेज में तीनों आरोपियों, सिक्योरिटी गार्ड और पीड़िता की गतिविधियां स्पष्ट रूप से नजर आती हैं। इस वीडियो की हम गहराई से जांच कर रहे हैं।”

स्ट्रगल के सबूत, बरामद हुआ हॉकी स्टिक और संदिग्ध लिक्विड

पुलिस ने घटना से जुड़े सबूतों को भी इकट्ठा किया है। इनमें छात्र संघ कक्ष, वॉशरूम और गार्ड रूम से बरामद बालों के गुच्छे, कई बोतलें जिनमें अज्ञात तरल पदार्थ है, और एक हॉकी स्टिक शामिल हैं।

पुलिस अधिकारी ने बताया, “तीनों कमरों में संघर्ष के स्पष्ट संकेत मिले हैं। सभी नमूने फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।” पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया था कि मुख्य आरोपी (मनोजीत मिश्रा) ने उसे हॉकी स्टिक से धमकाया था।

अब तक 4 गिरफ्तार, मुख्य आरोपी टीएमसी छात्र नेता

अब तक इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) के मौजूदा जनरल सेक्रेटरी और पूर्व छात्र मोनोजीत मिश्रा का नाम शामिल है। जो मुख्य आरोपी है। पीड़िता के मुताबिक उसने मोनोजीत के शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था, जिसके बाद ये घटना हुई।

मोनोजीत मिश्रा के अलावा दो अन्य आरोपी जैब अहमद (कलकत्ता लॉ कॉलेज में प्रथम वर्ष का छात्र) और प्रमित मुखर्जी उर्फ प्रमित मुखोपाध्याय (कलकत्ता लॉ कॉलेज के द्वितीय वर्ष का छात्र) को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा जिस गार्ड के कमरे में रेप हुआ था, उसे भी गिरफ्तार किया गया है। गार्ड का नाम पिनाकी बनर्जी है। फिलहाल गिरफ्तार सभी आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं।

मेडिकल रिपोर्ट में भी पीड़ित से रेप की पुष्टि

घटना 25 जून को हुई थी और पीड़िता का मेडिकल परीक्षण अगले दिन शुक्रवार 26 जून को किया गया। यह जांच कोलकाता नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (CNMC) में कराई गई थी। मेडिकल रिपोर्ट में उसके गले के पास खरोंच के निशान और ब्रेस्ट पर चोट के निशान मिले हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि शरीर पर कोई कट का निशान नहीं है, लेकिन बलात्कार और हिंसा की पुष्टि होती है।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पीड़िता के शरीर पर जबरदस्ती के निशान, काटने के जख्म, और नाखून से खरोंचने के चिह्न पाए गए हैं। इसके अलावा, उसके साथ मारपीट की भी पुष्टि मेडिकल रिपोर्ट में की गई है।

10 महीने पहले भी दहला था कोलकाता

यह घटना उस दर्दनाक हादसे की याद दिला देती है जब RG Kar मेडिकल कॉलेज की एक छात्रा के साथ अगस्त 2024 में दुष्कर्म और हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया था।

कोलकाता लॉ कॉलेज की यह घटना न केवल कॉलेज प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि छात्राओं की सुरक्षा अब भी एक गंभीर चिंता का विषय है। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सख्त और तेज़ कानूनी कार्रवाई की मांग उठ रही है।


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