फिर बीच बचाव कराने आए पुजारियों से हाथापाई की। जिसके बाद पुजारी और कर्मचारियों ने मिलकर आरोपितों को खदेड़ा। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। वहीं, दक्षिण पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने पूरे प्रकरण के पीछे किसी षडयंत्र का अंदेशा जताया है।
सहारनपुर से आए थे श्रद्धालु
पुलिस के मुताबिक, सिद्धपीठ दक्षिण काली मंदिर में रविवार को सहारनपुर के कुछ श्रद्धालु आए थे। मंदिर परिसर में गाड़ी ले जाने पर कर्मचारियों ने उनसे पर्ची कटवाने को कहा। इस बात को लेकर उनके बीच कहासुनी हो गई। आरोप है कि श्रद्धालुओं ने कर्मचारियों को पीट दिया।
हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/ प्रिंट मीडिया :शैल ग्लोबल टाइम्स/ संपादक :अवतार सिंह बिष्ट! प्रवक्ता श्रमजीवी पत्रकार यूनियन उत्तराखंड//
शोर शराबा सुनकर मंदिर के पुजारी भी आ गए और उन्होंने समझाने का प्रयास किया। आरोप है कि श्रद्धालुओं ने उनके साथ भी अभद्रता करते हुए हाथापाई कर दी। इसके बाद पुजारी और कर्मचारियों ने मिलकर आरोपियों को दौड़ाया। सूचना पर चंडी घाट चौकी से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और विवाद शांत कराया।
वहीं, इस मामले में दक्षिण पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि का कहना है कि श्रद्धालु बनकर कुछ लोग आए थे, जो सहारनपुर के बताए जा रहे हैं। उन्होंने पुजारी व कर्माचरियों से मारपीट की है। इसके पीछे कोई षडयंत्र हो सकता है।
पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए। इधर, श्यामपुर थानाध्यक्ष नितेश शर्मा ने बताया कि मामले की जानकारी ली जा रही है। अभी किसी भी पक्ष की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।