
जी हां, यह बिल्कुल वैसी ही कार्रवाई थी, जैसी बीते दिनों आपने अमेरिका में गैर कानूनी तरीके से रह रहे भारतीय के खिलाफ अभियान चलाया गया था.


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
दरअसल, अभी तक आप अमेरिका में गैरकानूनी तरीके से रह रहे भारतीयों को डिपोर्ट करने की खबर सुनी थी. अब यह प्रक्रिया दिल्ली पुलिस ने भारत में भी शुरू कर दी है. दिल्ली पुलिस ने गैर कानूनी तरीके से दिल्ली में रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान शुरू कर दी है. इसी कड़ी में द्वारका जिले में फिर से अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है.
द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त अंकित सिंह के अनुसार, जिले की एंटी-नारकोटिक्स सेल ने 10 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर उन्हें डिटेंशन सेंटर भेज दिया है. ये सभी विदेशी नागरिक बिना वैध वीजा के भारत में रह रहे थे और अब उन्हें देश से डिपोर्ट किया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि द्वारका जिले के ऑपरेशन यूनिट्स और पुलिस स्टेशनों के कर्मी लगातार यह जानकारी जुटा रहे थे.
पुलिस यह पता लगा रही थी कि कौन से विदेशी नागरिक अवैध रूप से इलाके में रह रहे हैं. फरवरी महीने में पुलिस ने इन अवैध नागरिकों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज़ किया और एंटी-नारकोटिक्स सेल की टीम ने 10 अवैध विदेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. यह कार्रवाई डीसीपी द्वारका अंकित सिंह के नेतृत्व में की गई है.
इन विदेशी को किया जा रहा है डिपोर्ट
पुलिस की टीम ने उन विदेशी नागरिकों को पकड़ा, जो बिना वैध वीजा के भारत में अवैध रूप से रह रहे थे और द्वारका क्षेत्र में घूम रहे थे.गिरफ्तार किए गए विदेशी नागरिकों में निम्नलिखित नाम शामिल हैं.
1. जेम्स चिबुके (लागोस, नाइजीरिया, उम्र 34 वर्ष)
2. क्वाटपान लुका दलंग (कोगी, नाइजीरिया, उम्र 25 वर्ष)
3. ननदी माइकल उदुआका (लागोस, नाइजीरिया, उम्र 32 वर्ष)
4. चिज़ीओके एयूज़ाबुस ओनुमाजुरु (नाइजीरिया, उम्र 48 वर्ष)
5. डेस्टिनी माइकल (अग्बोर, नाइजीरिया, उम्र 25 वर्ष)
6. क्रिस नवाची (अबिया, नाइजीरिया, उम्र 34 वर्ष)
7. मिशेल ओकू (अबुजा, आईवरी कोस्ट, उम्र 36 वर्ष)
8. प्रेसियस (लागोस, नाइजीरिया, उम्र 35 वर्ष)
9. एंड्रयूज क्वाबेना (घाना, उम्र 36 वर्ष)
10. एजाइक ओबदी (अवका, अनाम, नाइजीरिया, उम्र 32 वर्ष)
जल्द पूरी होगी डिपोर्टेशन की प्रक्रिया
पुलिस के अनुसार, इन सभी को भारत में अवैध रूप से रहकर संसाधनों का उपयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इन्हें बाद में एफआरआरओ (Foreigners Regional Registration Office) के सामने पेश किया गया, जिन्होंने इन्हें देश से बाहर भेजने का आदेश दिया है. इसके बाद उन्हें डिटेंशन सेंटर भेज दिया गया, जहां से उनकी डिपोर्टेशन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
