यद्यपि, इस बार उनके मत प्रतिशत में गिरावट आई है।
पिछली बार उन्हें 64.53 मत प्राप्त हुए थे। वह 2012 के उपचुनाव में जीत दर्ज करने के बाद से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता के अलावा संसदीय क्षेत्र में भाजपा के मजबूत सांगठनिक ढांचे और विभिन्न केंद्रीय योजनाओं ने उनकी राह प्रशस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कांग्रेस की हार के पीछे गिनाए जा रहे ये कारण
वहीं, कांग्रेस की हार के पीछे प्रत्याशी चयन को लेकर शुरुआती दौर में ऊहापोह और कमजोर सांगठनिक ढांचे जैसे कारण गिनाए जा रहे हैं।
उत्तरकाशी, टिहरी व देहरादून जिलों में फैली टिहरी गढ़वाल संसदीय सीट को टिहरी राज परिवार की परंपरागत सीट माना जाता है। अब तक के आम चुनाव में यह 13वां अवसर है, जब राज परिवार के सदस्य को जनता ने चुनकर संसद में भेजा है।
इस सीट पर भाजपा ने फिर माला राज्य लक्ष्मी शाह को फिर से मैदान में उतारा था। पिछली बार की तरह ही इस चुनाव में भी उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और किसान सम्मान निधि, आयुष्मान योजना, उज्ज्वला योजना, मुफ्त राशन जैसी केंद्रीय योजनाओं को जनता के समक्ष रखा।
ऐसे में वह इन योजनाओं के लाभार्थियों का समर्थन हासिल करने में सफल रही। ग्राम स्तर तक फैले भाजपा संगठन ने भी इन्हीं बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किए रखा। यद्यपि, चुनाव का परिणाम भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह के पक्ष में आया है, लेकिन यह भी सही है कि भाजपा के मत प्रतिशत में 10.87 प्रतिशत की गिरावट भी दर्ज की गई है।
कांग्रेस प्रत्याशी को मिले 22.05 प्रतिशत मत
मुख्य मुकाबले में रहे कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला को 22.05 प्रतिशत मत ही मिले। कांग्रेस का यह प्रदर्शन उसे पिछली बार मिले मतों से 8.17 प्रतिशत कम रहा है। तब कांग्रेस ने यहां 30.22 मत हासिल किए थे। इस चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा प्रत्याशी की सक्रियता, प्रजा का सेवक जैसे मुद्दे उछाले, लेकिन इनका अधिक असर नहीं दिखा।
मत प्रतिशत में आई गिरावट कांग्रेस के लिए भी मंथन का विषय है। वहीं, मुकाबले में तीसरा कोण बने निर्दलीय प्रत्याशी बाबी पंवार अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने में सफल रहे। पंवार ने 19.05 मत हासिल कर भाजपा व कांग्रेस दोनों के ही वोटबैंक में सेंध लगाई। चुनाव मैदान में उतरे शेष आठ प्रत्याशी अपनी जमानत बचाने में सफल नहीं हो पाए।
1577664 हैं टिहरी सीट पर कुल मतदाता
846629 मतदाताओं ने किया मताधिकार का प्रयोग
53.76 रहा इस बार का कुल मत प्रतिशत
11 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे थे इस सीट पर
53.79 प्रतिशत मत मिले इस बार भाजपा को
22.18 प्रतिशत मतों पर कांग्रेस को करना पड़ा संतोष
चार विस क्षेत्रों में निर्दलीय सब पर भारी
टिहरी सीट के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रवार हुए मतदान को देखें तो दिलचस्प तस्वीर उभरकर सामने आती है। चार विधानसभा क्षेत्रों पुरोला, यमुनोत्री, गंगोत्री व चकराता में निर्दलीय प्रत्याशी बाबी पंवार को भाजपा व कांग्रेस के कुल मतों से अधिक मत मिले। इनमें चकराता विस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कांग्रेस कर रही है, जबकि पुरोला व गंगोत्री विस क्षेत्रों में भाजपा विधायक हैं।
यमुनोत्री के निर्दलीय विधायक ने भाजपा को समर्थन दिया था। इन्हीं चार विधानसभा क्षेत्रों में निर्दलीय प्रत्याशी ने दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। ऐसे में वहां के विधायकों का कौशल भी कसौटी पर है।
वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी जोत सिंह गुनसोला की स्थिति को विधानसभा क्षेत्रवार देखें तो उन्हें बढ़त तो किसी में नहीं मिली, लेकिन विशुद्ध पर्वतीय भूगोल वाले पुरोला, यमुनोत्री, गंगोत्री, घनसाली, प्रतापनगर, धनोल्टी व टिहरी विधानसभा क्षेत्रों में उन्हें 2400 से 7538 के बीच ही मत मिले। भाजपा प्रत्याशी को इन सीटों पर 10 हजार से 22 हजार के बीच मत प्राप्त हुए। मैदानी क्षेत्र के अन्य सात विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा को अच्छी बढ़त हासिल हुई।
दलों को विस क्षेत्रवार मिले मत
विस क्षेत्र, भाजपा, कांग्रेस
पुरोला, 13552, 3652
यमुनोत्री, 14477, 2446
गंगोत्री, 20513, 4548
घनसाली, 21727, 6094
प्रतापनगर, 17043, 7538
धनोल्टी, 18366, 3757
टिहरी, 10838, 4793
चकराता, 14640, 11336
विकासनगर, 44511, 25342
देहरादून कैंट, 49270, 17078
रायपुर, 65407, 24710
राजपुर रोड, 40178, 17237
सहसपुर, 72125, 38215
मसूरी, 45749, 20592
(नोट: ये ईवीएम के मत हैं)
टिहरी गढ़वाल संसदीय क्षेत्र की जनता जानती है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के लिए जो किया है, वह किसी ने नहीं किया। बीते 10 वर्ष में केंद्र सरकार ने जनता के हित में जो काम किए है, उसी के चलते यह विजय मिली है। यह विजय प्रधानमंत्री मोदी को समर्पित है। भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं ने मेहनत के साथ काम किया है, यह उसका भी प्रतिफल है। मैंने, पहले भी कार्य किए है, अब और बेहतर ढंग से विकास के लिए प्रयास करूंगी।
हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंटिंग मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स /संपादक अवतार सिंह बिष्ट , रूद्रपुर, उत्तराखंड
-माला राज्य लक्ष्मी शाह, विजयी प्रत्याशी, भाजपा
मैं मुकाबले को त्रिकोणीय मानकर चल रहा था, जिसमें मुझे उम्मीद थी कि टिहरी गढ़वाल संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं का पूरा समर्थन कांग्रेस को मिलेगा। पहाड़ी विधानसभाओं क्षेत्रों से मुझे अपेक्षाकृत कम वोट मिला है। मतदाताओं ने वोट के रूप में जो समर्थन दिया है, उसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। चुनाव में हमसे कहां कमी रही, इसकी समीक्षा की जाएगी।
-जोत सिंह गुनसोला, कांग्रेस प्रत्याशी