सी,जी फूड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड सेक्टर 4 प्लॉट नंबर 77 मैं आज फिर एक बड़ा हादसा, सीजी फूड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में ख्याली नाम का लड़के को मशीनों पर काम करने पर विवश किया गया ।जैसा कि पहले भी सी,जी फूड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में होता आया है आज फिर एक लड़के की चारों उंगलियां मशीन में दबाकर कुचल गई। ख्याली हल्द्वानी बॉम्बे हॉस्पिटल में एडमिट है। सिडकुल प्रबंधन ने ख्याली के परिजनों के साथ मिलकर सौदेबाजी की बात शुरू कर दी है।  रुद्रपुर सिडकुल के अंदर हजारों की संख्या में परिणाम स्वरूप अनट्रेन हाथ कटे हुए या फिर अपाहिज मजदूर मिल जाएंगे। जिन्हें प्रबंधन के द्वारा डरा धमका कर या फिर लालच देकर बड़ी-बड़ी मशीनों मैं काम करने को विवश किया गया था। सी जी food India private limited उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना को पलीता लगाते हुए।

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सीजी फूड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत ख्याली से जब हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स के अवतार सिंह विष्ट में बात की तो उन्होंने बताया मेरी चार उंगलियां जड़ से कुचल गई है। मैं अभी बॉम्बे हॉस्पिटल हल्द्वानी में एडमिट हूं। मेरा इलाज si से चल रहा है। पूछने पर उन्होंने बताया सीजी फूड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति का ना तो मेरे पास फोन आया ।और ना ही मुझे कोई देखने आया है। किसी भी तरह की कोई मदद कंपनी की तरफ से नहीं मिली है। 11 अप्रैल 2024 की घटना है । आज 13 अप्रैल 2024,समय 11:15 बजे तक किसी भी तरह की कोई भी मदद कंपनी के तरफ से नहीं मिली है। पूछने पर खाली ने बताया 5 साल पूर्व भी इसी तरह की एक घटना सीजी फूड कंपनी में हुई थी। वह व्यक्ति अपने परिजनों के साथ जब भी सिडकुल प्रबंधन से मिलने आता था। गेट पर बता दिया जाता था कि आज साहब नहीं है ।और गेट पास दिखाकर उन्हें बरगला दिया जाता था। कुछ दिनों के उपरांत पीड़ित व व्यक्ति के परिजनों का भी आना-जाना इस कंपनी में पूर्ण रूप से बंद कर दिया था। क्या कुछ हुआ पीड़ित व्यक्ति के साथ उन्हें कुछ नहीं मालूम। आज 13 अप्रैल 2024 को ख्याली के परिजनों को कंपनी के प्लाट हेड N, M,T मिश्रा ने वार्ता के लिए बुलाया है। क्या वार्ता हुई ख्याली को कुछ भी नहीं मालूम। ख्याली ने यह भी बताया कि वह मात्र हाई स्कूल पास है ।उसके पास किसी भी तरह का कोई डिप्लोमा या कोई डिग्री नहीं है। ना ही उसे मशीन चलाने का अनुभव है ।मुझे जबरदस्ती मशीन पर काम करने को विवश किया जाता है। शुरू में जब मैं कंपनी में लगा था। कंपनी के गोदाम में ड्यूटी करता था। सैलरी पूछने पर ख्याली ने बताया कि मुझे 12 घंटे कार्य के बदले ₹10000 , अगर ओवर टाइम मिला तो यह रकम 12 से 13000 भी हो जाती है। कंपनी  मैं किसी भी तरह की कोई सैलरी स्लिप नहीं दी जाती है।

सीजी फूड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्लांट हेड और N,M,T मिश्रा से जब हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स के एडिटर अवतार सिंह ने बात की पहले तो उन्होंने किसी भी तरह की एक्सीडेंट घटना से इनकार किया ।उसके बाद उन्होंने बताया कि मामूली सा अंगुली में चोट लगी है चार अंगुली काटने से उन्होंने इनकार किया।

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/
प्रिंट मीडिया: शैल ग्लोबल टाइम्स/केंद्रीय अध्यक्ष उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी


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