साथ ही इनकी कृपा से अलौकिक सिद्धियां भी प्राप्त होती हैं. वहीं, कुछ लोग अष्टमी तिथि को कन्या पूजन करते हैं. ऐसे में इससे जुड़े कुछ नियम हैं, जिनके बारे में आपको जान लेना चाहिए. नहीं तो गलत तरीके से कन्या पूजन करने से मां नाराज हो सकती हैं.


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
कन्या पूजन में क्या न करें – What not to do in Kanya Pooja
- कन्या पूजा करते समय आप उन्हें उपहार में धारदार चीजें बिल्कुल न दें, क्योंकि यह अशुभ माना जाता है.
- साथ ही पूजा में न तो आप काले कपड़े पहनें और न ही आप इस रंग के कपड़ों का दान करें. क्योंकि काला रंग शुभ कार्यों में अच्छा नहीं माना जाता है.
- इसके अलावा कन्या पूजन में आप लहसुन और प्याज का इस्तेमाल बिल्कुल न करें. वहीं, आप कन्याओं को भोज कराते समय उनके साथ किसी तरह का गलत व्यवहार न करें.
- आप कन्या पूजन समाप्त करने के बाद कन्याओं को खाली हाथ विदा न करें. उन्हें दान दक्षिणा जरूर करिए. इस दौरान आप क्रोध करने की गलती न करें.
- वहीं, कन्या पूजन समाप्त होने के तुरंत बाद उस जगह को साफ न करें. साथ ही आप किसी कन्या के साथ भेदभाव न करें. सभी के साथ समान व्यवहार रखिए.
- पूजा के समय स्टील या प्लास्टिक के बर्तनों को उपहार के रूप में न दें. इसकी जगह आप धार्मिक ग्रंथ या मां दुर्गा की तस्वीर दे सकते हैं.
कन्याओं का क्या करें दान – What to donate in kanya pujan
- वहीं, कन्याओं को कॉपी, किताब, पेन, पेंसिल, टिफिन बॉक्स, मिठाई, फल खिलौने, बिंदी और रिबन उपहार में देना अच्छा माना जाता है. अगर संभव हो तो आप उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान कर सकते हैं.
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