
दुबई में बंधक बने उत्तराखंड के 5 युवक, सीएम पुष्कर सिंह धामी से मदद की गुहार


रोजगार की तलाश में दुबई गए पांच युवक काम न मिलने पर वहीं फंस गए हैं। इन युवकों ने परिजनों से बात कर उन्हें वापस भारत बुलाने को कहा है।
परिजनों ने दुबई भेजने वाले एजेंटों को मामला बताया तो उन्होंने डेढ़ लाख रुपये की मांग की। इस पर एक युवक के परिजन ने विदेश मंत्रालय और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजकर युवकों को वापस बुलाने की गुहार लगाई है।
उत्तराखंड बॉर्डर पर बसे गांव रायपुरी निवासी शीला देवी पत्नी डालचंद सिंह ने बताया कि दो माह पूर्व ग्राम अंगदपुर हाल निवासी दिल्ली के दो एजेंटों ने उनके पुत्र अमित कुमार सहित दिलशाद निवासी रायपुरी, मोहसिन निवासी ग्राम अंगदपुर, नीरज व अभिषेक पुत्र हरिराज निवासी कौड़िया गांव (पौड़ी गढ़वाल) को दुबई भेजा था।
एजेंटों ने दुबई के शारजाह की सनिया स्थित एक कंपनी में पांचों युवकों को कारपेंटर के रूप में काम दिलाने का वादा किया था, लेकिन वहां पर उन्हें कारपेंटर का काम नहीं मिला। कंपनी के अफसरों ने सभी युवकों के पासपोर्ट जब्त कर लिए। साथ ही उन्हें मजदूरी के पैसे भी नहीं दिए। इसके चलते युवकों को खाने के लाले पड़ गए हैं।
परिजनों ने जब एजेंटों से युवकों को वापस बुलाने के लिए कहा तो उन्होंने डेढ़ लाख रुपये की मांग की। शीला देवी ने विदेश मंत्रालय के अफसर एवं मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर युवकों को भारत वापस बुलाने की गुहार लगाई है। HINDUSTAN GLOBAL TIMES, AVTAR SINGH BISHT, JOURNALIST FROM UTTARAKHAND


फिलहाल ऐसा कोई मामला मेरी जानकारी में नहीं आया है। डाक के जरिए कोई शिकायत आई होगी तो दिखवाया जाएगा।
गौरव चटवाल, एसडीएम, जसपुर।
