
रुद्रपुर। ऊधमसिंहनगर पुलिस ने 79वां स्वतंत्रता दिवस पुलिस लाइन रुद्रपुर में उत्साह और देशभक्ति के माहौल में मनाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। जिले के सभी थानों और चौकियों में भी राष्ट्रध्वज फहराया गया।।✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर (उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी)



अपने संबोधन में एसएसपी मिश्रा ने आजादी के लिए बलिदान देने वाले वीर शहीदों को नमन किया और सभी पुलिसकर्मियों व नागरिकों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने पुलिस बल की उपलब्धियों की सराहना करते हुए भविष्य की चुनौतियों का डटकर सामना करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर एसएसपी ने सभी पुलिसकर्मियों को निर्वाचन और नशा मुक्ति अभियान से जुड़ी शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि पुलिस का दायित्व सिर्फ कानून व्यवस्था बनाए रखना ही नहीं, बल्कि समाजहित में चल रहे महत्वपूर्ण अभियानों में भी सक्रिय सहयोग करना है।
कार्यक्रम में एसपी अपराध नीहारिका तोमर, पुलिस उपाधीक्षक पंतनगर समेत विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
संपादकीय!स्वतंत्रता दिवस और पुलिस का संकल्प।✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर (उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी)
79वां स्वतंत्रता दिवस देशभर में देशभक्ति और उत्साह के साथ मनाया गया, लेकिन पुलिस लाइन रुद्रपुर में इसका दृश्य विशेष प्रेरणादायक रहा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा द्वारा तिरंगा फहराना और राष्ट्रध्वज को सलामी देना केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि उस बलिदान की याद थी जो हमारे वीर शहीदों ने देश की स्वतंत्रता के लिए दिया।
पुलिस महकमे का स्वतंत्रता दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि आत्ममंथन और संकल्प का दिन भी है। जब एसएसपी ने पुलिसकर्मियों को निर्वाचन और नशा मुक्ति अभियान की शपथ दिलाई, तो यह स्पष्ट संदेश था कि आज की चुनौतियां केवल अपराध नियंत्रण तक सीमित नहीं हैं। समाज में नशे का बढ़ता जाल और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की पवित्रता बनाए रखना, दोनों ही पुलिस की समान रूप से अहम जिम्मेदारियां हैं।
रुद्रपुर पुलिस लाइन का यह आयोजन यह दर्शाता है कि आधुनिक पुलिसिंग केवल वर्दी और हथियारों से नहीं, बल्कि जागरूकता, संवेदनशीलता और समाज के साथ साझेदारी से सफल होती है। स्वतंत्रता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि स्वतंत्रता की रक्षा के लिए सतर्क प्रहरी के रूप में पुलिस की भूमिका उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी सीमाओं पर तैनात जवानों की। यही सच्ची देशभक्ति है — कर्तव्य, अनुशासन और सेवा का संगम।

