उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीते दो दिनों से उत्तराखंड में हैं. इस दौरान उन्होंने अपनी भतीजी की शादी में शिरकत की और नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया. विवाह समारोह में उत्तराखंड के राज्यपाल रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हुए.

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साथ ही शुक्रवार को वह अपने गांव की गलियों में घूमे और वहां के निवासियों से बातचीत की

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

सीएम योगी ने स्थानीय लोगों ने उनके साथ सेल्फी ली. इस दौरान महिलाओं ने फूल देकर उनका स्वागत किया. योगी आदित्यनाथ बच्चों के साथ खेलते भी नजर आए, जिससे समारोह में खास ऊर्जा देखने को मिली. सीएम योगी गुरुवार को अपनी भतीजी के विवाह समारोह में सम्मिलित होने पौड़ी पहुंचे थे.

भतीजी की शादी और पारिवारिक रिश्ते

सीएम योगी शादी से पहले हुए मेहंदी समारोह में भी मौजूद रहे. सीएम के दामाद मनोज गड़िया पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर डिवीजन में इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं और वर्तमान में उनकी पोस्टिंग गोरखपुर में ही है. योगी आदित्यनाथ शनिवार को अपने बचपन के स्कूल पहुंचे, जहां छात्रों ने उनका भव्य स्वागत किया. बताया जा रहा है कि बच्चे एक हफ्ते से उनके स्वागत की तैयारियां कर रहे थे और सभी उनसे मिलने को उत्साहित थे.

धार्मिक और सामाजिक गतिविधियां

योगी आदित्यनाथ ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय, विथ्यारणी में पहुंचकर ब्रह्मलीन संत महंत अवैधनाथ की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. उन्होंने अपने पिता आनंद सिंह बिष्ट की स्मृति में बने पार्क में 100 फीट ऊंचे तिरंगे और दो दिवसीय किसान मेले का उद्घाटन भी किया. इसके अलावा, उन्होंने सिद्धपीठ महादेव मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना की तथा कॉलेज की ‘गोरक्ष’ पत्रिका का विमोचन किया.

योगी आदित्यनाथ का पारिवारिक बैकग्राउंड

योगी आदित्यनाथ मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक के पंचूर गांव के रहने वाले हैं. उनके परिवार में कुल सात भाई-बहन हैं. उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट का 2020 में 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था. कोविड-19 प्रोटोकॉल के चलते योगी आदित्यनाथ अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए थे. सीएम योगी की इस यात्रा ने एक ओर जहां उनके पारिवारिक जुड़ाव को उजागर किया. वहीं दूसरी ओर जनता के साथ उनके आत्मीय संबंधों को भी प्रदर्शित किया. उनकी इस यात्रा में धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक पहलुओं का समावेश रहा, जिससे यह यात्रा खास बन गई.


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