इसमें सबसे ताजा और बड़ा घटनाक्रम बलूचिस्तान में जाफर ट्रेन हाईजैक का है, जिसे बलूचिस्तान के अलगाववादी संगठन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के लड़ाकों ने अंजाम दिया था. इस घटना के बाद बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तानी सेना और चीन को बलूचिस्तान से निकल जाने की धमकी भी दी है.


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
BLA ने कई बार चीन के चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) प्रोजेक्ट को बलूचिस्तान पर अवैध कब्जा करार दिया है. इसके अलावा उसने चीन के इस प्रोजेक्ट को पूरी तरह से बर्बाद करने तक धमकी दी है. इस बीच अब पाकिस्तान में इस बात की चर्चा जोरों पर हैं कि अब बलूचिस्तान में अलगाववादी संगठनों के साथ मुकाबला करने और अपने हितों की रक्षा करने के लिए चीन अपनी सेना को बलूचिस्तान में तैनात करने जा रहा है.
भारत ने पहले ही किया था आगाह, पाकिस्तान ने की बेवकूफी
इस बीच पाकिस्तान के एक यूट्यूबर सना अमजद ने चीन की योजना को लेकर पाकिस्तानी नागरिकों से बात की. इस दौरान पाकिस्तानी लोगों ने चीन सेना की पाकिस्तानी में तैनाती पर भड़के हुए दिखे. अली अकबर नाम के एक पाकिस्तानी ने चीन के CPEC प्रोजेक्ट को लेकर कहा, “भारत ने इसे लेकर पहले ही आगाह किया था. उसने पहले दिन से चीन के इस प्रोजेक्ट का विरोध किया था और इसे लेकर पाकिस्तान को भी चेतावनी दी थी. लेकिन पाकिस्तान ने बेवकूफी कर दी और इसका नतीजा यह आज भुगत रहा है.”
पाकिस्तान ने बलूचिस्तान पर किए अत्याचार- अली अकबर
अली अकबर ने आगे कहा, “पाकिस्तान ने बलूचिस्तान पर बहुत अत्याचार किए हैं और इसी का नतीजा है कि आज बलूचिस्तान के नागरिकों को गुस्सा लावा बनकर फूट रहा है. हालांकि, अगर पाकिस्तान की शहबाज शरीफ की सरकार अभी भी इस मामले पर सही से ध्यान दे तो हालात में कुछ सुधार हो सकती है.”
भारत करेगा बलूचिस्तान के लोगों की मदद
उन्होंने कहा, “अगर पाकिस्तान बलूचिस्तान में कोई जंग शुरू करता है तो इसमें भारत उनके समर्थन में जरूर खड़ा होगा या फिर ईरान बलूचों की मदद के लिए आगे आएगा.” अकबर ने कहा कि पाकिस्तान ने चीन से पहले ही यह झूठ कहा था कि बलूचिस्तान में सुरक्षा को लेकर कोई दिक्कत नहीं हैं. जिसके बाद चीन ने बलूचिस्तान में भारी निवेश किया.”
चीनी सेना के आने से पाकिस्तान की इज्जत चली जाएगी
अकबर ने कहा कि पाकिस्तान सरकार देश की इज्जत को नीलाम करने पर तुली हुई है. चीनी सेना के पाकिस्तान में तैनात होने से देश की बाकी बची इज्जत भी चली जाएगी क्योंकि चीनी सेना का हमारे देश में कार्रवाई करने आने का मतलब है कि हमारी पाकिस्तानी सेना में सुरक्षा करने की क्षमता नहीं है.”

