रुड़की दिनांक 06.11.2023
राम की लीला के मंचन का नौवां दिन रावण व सीता का जोरदार संवाद अक्षय कुमार मरण तथा लंका दहन
आदर्श शिवाजी नगर रामलीला समिति
रुड़की में चल रही रामलीला के नौंवे दिन का शुभारंभ मुख्य अतिथि गौर सिंह भंडारी अध्यक्ष आदर्श शिवाजी नगर, सामाजिक कार्यकर्ताओं अनसूया प्रसाद जोशी, जयवीर सिंह रावत, राजेंद्र सिंह पवार, पुष्कर सिंह राणा ,उम्मेद सिंह बिष्ट, रामचरण बिष्ट, केसर सिंह बिष्ट ,श्रीमती माहेश्वरी पुंडीर महिला मंडली बी, राहुल सिंह रावत, शोभाराम प्रजापति जिला अध्यक्ष भाजपा ,सतीश सैनी जिला मंत्री भाजपा, अरविंद गौतम जिला महामंत्री भाजपा
ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया।
नौवें दिन की रामलीला के रोचक दृश्यों में अशोक वाटिका मैं रावण व सीता के मध्य जोरदार संवादों का आदान प्रदान होता है रावण सीता को डरा धमका कर अपनी पटरानी बनाने की असफल कोशिश करता है सीता उसका माकूल जवाब देती है हनुमान सीता की खोज करते करते अशोक वाटिका में प्रवेश करते हैं माता सीता को परिचय देखकर वे अपने को राम भक्त व दूत बताते हैं तथा राम जी द्वारा दी गई अंगूठी को दिखाकर सीता माता का विश्वास दिलाते हैं वहां सीता की आज्ञा से फलों का भक्षण कर राक्षसों को मार भगाते हैं । रावण को जब पता चलता है की एक उत्पाती बानर अशोक वाटिका में आया है तो वे बेटे अक्षय कुमार को उसे पकड़ने भेजते हैं परंतु वह मारा जाता है। अक्षय कुमार के मरण की खबर सुनकर रावण मेघनाथ को उस वानर को पकड़ने भेजते हैं मेघनाथ हनुमान को ब्रहमपांस में बांधकर रावण के पास लाते हैं। रावण और हनुमान का जोशीला संवाद की जनता ने खूब तारीफें की। रावण हनुमान को मारने की कोशिश करता है। मगर विभीषण कहते हैं। दूध का वध करना पाप है। वानर को अपनी पूंछ प्यारी होती इसलिए उसकी पूंछ पर आग लगा दो हनुमान ने अपना आकार बड़ा कर पूरी लंका जला दी। हनुमान लंका से लौट कर माता सीता के बारे में राम को बताना। विभीषण द्वारा रावण को समझाना रावण द्वारा विभीषण को धिक्कार कर महल से निकलना इसी के साथ नौवें दिन की रामलीला का समापन हो जाता है। इस अवसर पर समिति के संयोजक पुष्कर सिंह तोमर, सत्येंद्र सिंह नेगी, लक्ष्मण सिंह बिष्ट, भगत सिंह रावत, विजय पवार, सुरेंद्र सिंह नेगी,रणजीत सिंह रावत, श्याम सिंह पवार, बलवंत सिंह नेगी, दरवान सिंह बुटोला, पारेशवर प्रसाद लखेड़ा, योगम्बर सिंह रौथान,आनंद सिंह बत्वा॔ल, सतीश चंद कुकरेती, रविंद्र सिंह पवार,रितु लखेडा, सौरभ पवार, बादल लखेड़ा, उमराव सिंह पटवाल, महावीर प्रसाद डोभाल, ज्ञान सिंह बिष्ट , अब्बल सिंह मेग्वाल, जय सिंह नेगी, बच्ची राम कुंडलिया, शिशुपाल सिंह बिष्ट,संतोषी राणा, सतीश नेगी, कुंदन सिंह नेगी, धन सिंह खत्री, शिवचरण बिंजोला, जगमोहन सिंह रावत,पंचम सिंह बिष्ट, बलवंत सिंह भंडारी, महिला सहयोगी संतोषी राणा, शाकुम्बरी चौहान, विशम्बरी बिष्ट, गायत्री बुमला, रामेश्वरी पवार, बीरा गोसाई,संगीता रावत, रोहित रावत, ऋतिक नेगी, अभिनव, शुभम लाखेड़ा ,आदि पुंडीर, दिव्यांशु थपलियाल ,रिया बिष्ट ,लव्ली रावत, अंजलि रावत, साक्षी डबराल, आराधना , आदित्य गोसाई आदि रामभक्त का विशेष सहयोग रहा।