हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स,उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर नगर निगम सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य नगर आयुक्त नरेश चन्द्र दुर्गापाल जी एवं सम्मानित पार्षद गणों तथा पार्टी पदाधिकारी के साथ राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरू, अनिल चौहान, बलराज सिंह राज ,महेंद्र सिंह धानक, सुनील चौहान, महेश पंत,माधवानंद जोशी, एसके नैय्यर, पीसी शर्मा, श्रीमती कांति भाकुनी, श्रीमती देवकी बिष्ट, जानकी जोशी, सावित्री जोशी, कमला बुधानी, मालती कांडपाल, अवतार सिंह बिष्ट को माला पहनाकर शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर पार्षद निमित शर्मा, सुशील चौहान, विनय विश्वास,सुनील कुमार, मोहम्मद अशफाक, विधान राय, सुशील यादव,भुवन गुप्ता, अमलेश कोली, कैलाश राठौर, डॉ राकेश सिंह, शालू पाल, मंडल अध्यक्ष धीरेश […]

Hindustan Global Times उत्तराखंड राज्य की२३वी वर्षगांठ उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी परिषद के अध्यक्ष अवतारा बिष्ट के द्वारा मुख्यमंत्री एवं जिला प्रशासन का जताया आभार, प्रत्येक राज आंदोलनकार्यो को ₹15000 पेंशन की करें मांग, 1 सितंबर 2021 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा शहीद स्मारक खटीमा से गई घोषणाओं का हुआ निस्तारण,

गैरसैंण में बोले सीएम धामी-आंदोलनकारियों को आरक्षण के मुद्दे पर जल्द बुलाएंगे विस सत्र उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैंण) मे राज्य स्थापना दिवस की 23वीं वर्षगांठ मनाई गई। मुख्यमंत्री […]

7 नवंबर २०२३ को राष्ट्रपति उत्तराखंड दौरे पर आ रही है 9 नवंबर राज्य स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि होंगी । हम सब उत्तराखंड राज्यआंदोलनकारी, प्रदेशवासी महामहिम राष्ट्रपति का अभिवादन करते हैं। उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना 23 सालों में,राज्य गठन के समय प्रदेश की आर्थिक स्थिति खास अच्छी नहीं थी। विकास दर कुल तीन प्रतिशत थी। प्रदेश में उद्योग, बैंक की उपस्थिति न के बराबर थी। पहाड़ में सड़कों का नेटवर्क बेहद सीमित था। पहाड़ को पनिसमेंट पोस्टिंग के नाम से जाना जाता था। पहाड़ की आर्थिकी मनि आर्डर पर निर्भर थी 23 सालों में उत्तराखंड में बहुत कुछ बदला है। उत्तराखंड राज्य ने जिस तेजी से अपना विकास किया आज उत्तराखंड ही नहीं पूरे भारतवर्ष के युवा उत्तराखंड में अपना भविष्य सुरक्षित करने के लिए नौकरी, व्यवसाय की तलाश में उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं, सिडकुल की स्थापना के बाद उत्तराखंड की तस्वीर तकदीर ही बदल गई, उत्तराखंड के सुदूर पहाड़ों से भी पलायन कर लोग उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में बसने लगे, पहाड़ से पलायन कर जो लोग उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में आए उन्होंने तेजी से अपना व अपने परिवार का आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक रूप से विकास किया । आज उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में 25% आबादी पर्वतीय लोगों की हो चुकी है। दूसरी ओर पहाड़ के जो खेत खलियान मकान थे। वह सुन पड़ गए। पुष्कर सिंह धामी सरकार पहाड़ों में भी उद्योग धंधे स्थापित करने के लिए अग्रसर है। धामी सरकार देश-विदेश में उद्योगपतियों को रिझाने का भी कार्य कर रहे हैं। उद्योगपतियों के द्वारा उत्तराखंड सरकार के प्रयासों से उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र के सुदूर अंचलों की भी तकदीर व तस्वीर छोटे-छोटे उद्योग आने से बदल जाएगी। (मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयास जरूर सार्थक में होंगे, 2025 तक उत्तराखंड बनेगा विकसित प्रदेश,) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा जिस तेजी से उत्तराखंड राज्य की अवधारणा को धरातल पर उतारने का कार्य किया । सराहनीय प्रयास है ./ उत्तराखंड राज्य के शहीदों के सपने का उत्तराखंड बनाने के लिए अग्रसर है । उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यों एवं प्रयासों की सराहना चारों तरफ है। भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड, नशा मुक्ति उत्तराखंड, उत्तराखंड राज्य आंदोलन में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारीयो की, उन शहीदों की जिन्होंने उत्तराखंड राज्य के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। वह तभी सार्थक हो सकता है जब प्रदेश के समस्त राज्य आंदोलनकारी का विकास होगा। उनकी पेंशन बढ़ाई जाएगी। उनको भी झारखंड की तर्ज पर सरकार के साथ सहयोग की भूमिका में रखते हुए उनका उचित मान सम्मान देगी । उत्तराखंड राज्य में शहीद परिवारों को जिन्होंने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार करेगी। तभी उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना सार्थक होती दिखेगी। हम 23वा राज्य स्थापना दिवस एवं 24वें वर्ष में प्रवेश करने जा रहे हैं। पूरे प्रदेश के राज्य आंदोलनकारी व आंदोलनकारी शक्तियों , उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी परिषद की तरफ से ढेर सारी शुभकामनाएं ।लेकिन, आज भी राज्य आंदोलनकारी सड़क से लेकर सदन तक अपनी खुद की मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। इन 23 सालों में वास्तविक राज्य आंदोलनकारी जिनका चिन्हितकरण भी नहीं हो पाया है। सारे अभिलेख होने के बाद भी डीएम कार्यालय, तहसील, एसडीएम कार्यालय, पर चक्कर लगाते लगाते बुढ़ापे की दहलीज पर कदम रख चुके हैं। चिंता की लकीर है उनके माथे पर स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। राज्य आंदोलनकारीर्यो को 9 नवंबर 2023 राज्य स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से ढेर सारी उम्मीदें हैं। ₹15000 पेंशन राज्य आंदोलनकारी की तरफ से उठ रही है। सभी राज्य आंदोलनकारी को विश्वास है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी , उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना को सार्थक करते हुवे ,राज्य आंदोलनकारी जो आज भी संघर्ष कर रहे हैं ।उनकी स्थिति मजबूत करने के लिए ₹15000 प्रति राज्य आंदोलनकारी कर देंगे। अगर वास्तव में ऐसा हुआ तो प्रदेश 13000 का जानकारी उनके परिवार के सदस्य सरकार के कायल हो जाएंगे । 10% क्षैतिज आरक्षण के संदर्भ में जिस तेजी से सरकार ने कार्य किया प्रवर समिति के सभी सदस्यों को एवं उत्तराखंड सरकार को उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी की तरफ से धन्यवाद । लेकिन क्या 10% आरक्षण प्रवर समिति की मोहर लगने के बाद विधानसभा के पटल पर रखने के उपरांत माननीय राज्यपाल के पास जाएगी। हरीश रावत सरकार के समय पर उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारीयो के पक्ष में बना विधेयक पूर्व की भांति इस बार भी लटका दिया जाएगा। या फिर धामी सरकार खुद के प्रयासों से 10% आरक्षण लागू करने का प्रयास करेगी। त्वरित कार्रवाई होने पर जिसका धामी सरकार को राजनीतिक फायदा भी मिलेगा। उत्तराखंड के अंदर जो आंदोलन होते थे ।उसमें विराम भी लगेगा, हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स के चीफ एडिटर एवं उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष अवतार सिंह बिष्ट की तरफ से समस्त प्रदेशवासियों को राज्य आंदोलनकारी शक्तियों को राज्य स्थापना दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं।

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स चीफ एडिटर अवतार सिंह बिष्ट अध्यक्ष उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी परिषद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उत्तराखंड के दौरे पर आ रही है नवंबर में राष्ट्रपति का तीन दिवसीय […]