हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर। सूर्य की उपासना के पर्व छठ पूजा पर समाजसेवी संजय ठुकराल ने रविन्द्र नगर में कल्याणी नदी पर पहुंच कर छठ पूजा घाट में छठ पूजा का विधिवत पूजा अर्चना कर छठ मैया से सभी के लिए सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान समाजसेवी संजय ठुकराल ने सभी को छठ पूजा पर्व की शुभकामनाएं दी। साथ ही उन्होंने कहा कि छठ पूजा का पर्व पूरे देश में हर्षाेल्लास से मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे पर्वों में प्रकृति की छवि दिखती है। यह नदियों की पवित्रता का पर्व है, सूर्य की दिव्यता का पर्व है, अघ्र्य में समर्पित खाद्यान्न की सात्विकता का पर्व है। प्रकृति में हमारी आस्था का पर्व है। समाजसेवी संजय ठुकराल ने कहा कि छठ एक महान परम्परा है। यह हमें प्रकृति से जुड़े रहने का संदेश देता है। छठ का महत्व डूबते सूर्य को अघ्र्य देने में है श्रद्धालु दिन के दौरान कठोर उपवास करने के बाद त्योहार की समाप्ति पर नदियों और तालाबों के पानी में पवित्र स्नान करते हैं। यह पर्व हमें प्रकृति के संरक्षण का भी संदेश देता है। समाजसेवी संजय ठुकराल ने कहा कि धार्मिक पर्वों का मिल जुलकर मनाने से इन त्यौहारों का उत्साह और बढ़ जाता है। धार्मिक पर्व हमें संस्कृति से जुड़ने की प्रेरणा देते हैं। साथ ही मन में नई उर्जा का संचार भी करते हैं।

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड

Hindustan Global Times, Avtar Singh Bisht,चार दिन चलने वाला इस पर्व में सूर्य और छठी मैय्या की पूजा की जाती है। इस दिन रखा जाने वाला व्रत बेहद कठिन माना जाता है,क्योंकि इस व्रत को 36 घंटों तक कठिन नियमों का पालन करते हुए रखा जाता है। इस वर्ष छठ पर्व की पूजा 17 नवंबर 2023 से हो रही है, जिसका समापन 20 नवंबर को होगा। बिहार में यह पर्व विशेषतौर पर बहुत हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह व्रत संतान के सुखी जीवन की कामना के लिए किया जाता है। छठ पर्व षष्ठी तिथि से दो दिन पहले यानि चतुर्थी से नहाय-खाय से आरंभ हो जाता है और इसका समापन सप्तमी तिथि को पारण करके किया जाता है। छठ पर्व पूरे चार दिनों तक चलता है। इस पर्व में मुख्यतः सूर्य देव को अर्घ्य देने का सबसे ज्यादा महत्व माना गया है। तो चलिए जानते हैं छठ पूजा की तिथियां अर्घ्य का समय और पारण समय क्या है।

नहाय-खाय तिथिछठ पूजा का यह महापर्व चार दिन तक चलता है इसका पहला दिन नहाय-खाय होता है। इस साल नहाय-खाय 17 नवंबर को है। इस दिन सूर्योदय 06:45 बजे होगा […]