
कहते हैं कि इस दिन 10 तरह के योगों का संगम होता है, जो इसे विशेष बनाता है. सिर्फ गंगा स्नान से व्यक्ति के 10 तरह के पाप धुल जाते हैं. ऐसे में गंगा दशहरा पर कुछ खास उपाय करने वालों की मनोकामनाएं जल्द पूरी होती है.


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
गंगा दशहरा उपाय
- पितृ दोष से परिवार ही नहीं कई पीड़ियों को इसका हरजाना भुगतना पड़ता है, आर्थिक मानसिक परेशानी बनी रहती है. पितृ दोष से मुक्ति पाना है तो गंगा दशहरा पर गंगाजल से पितरों का तर्पण करें, दीपदान करें पीपल के नीचे पूजा करें ब्राह्मण को भोजन कराएं और श्रीमद्भागवत का पाठ करें. इससे पितर प्रसन्न होते हैं. जीवन में खुशहाली आती है.
- गंगा दशहरा पर एक तांबे के पात्र में गंगाजल लेकर उसमें तुलसी के कुछ पत्ते डालें और फिर इससे श्रीहरि का अभिषेक करें. जल में डाले गए तुलसी के पत्तों को एक लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें. मान्यता है इसस धन लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और बरकत आती है.
- गंगा दशहरा के दिन शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. ऐसी मान्यता है. इसके साथ ही सभी पापों का नाश होता है. गंगा स्त्रोत का पाठ करना चाहिए.
- घर में आए दिन झगड़े होते हैं परिवार में अनबन चल रही है तो गंगा दशहरा के दिन तांबे के लौटे में गंगाजल और तुलसी के कुछ पत्ते डालें और फिर इस जल को घर के कोने में छिड़कें. इससे नेगेटिविटी दूर होतती है. तनाव खत्म होता है.
- गंगा दशहरा पर दान में सत्तू, मटका और हाथ का पंखा दान करने से दोगुना फल प्राप्त होता है. इससे नौकरी और बिजनेस में सफलता के रास्ते सुलभ होते हैं.
