प्रदेश में भारत न्याय संहिता में दी गई व्यवस्था के अनुसार अहम घटनाओं की जांच निरीक्षक स्तर से होनी है। राज्य में अभी तक निरीक्षक स्तर के 54 थाने हैं। वहीं उप निरीक्षक स्तर के थानों की संख्या 112 है।


न्याय संहिता को लागू करने के लिए उप निरीक्षक स्तर के थानों को निरीक्षक स्तर के थाने सृजित करने की जरूरत महसूस की गई। इस पर गृह विभाग ने 58 थानों का चिह्नीकरण करते हुए निरीक्षक स्तर पर उच्चीकृत करने का प्रस्ताव तैयार किया।
इन जिलों में थानों का हुआ उच्चीकरण
- देहरादून- नेहरू कालोनी, रायपुर, राजपुर, रायवाला, सहसपुर, कालसी, प्रेमनगर, चकराता।
- हरिद्वार – श्यामपुर, कनखल, पथरी, बहादराबाद, भगवानपुर, झबरेड़ा, खानपुर, कलियर, सिडकुल।
- उत्तरकाशी – उत्तरकाशी कोतवाली, धरासू, बड़कोट, हर्षिल।
- टिहरी –चंबा, नरेंद्रनगर, देवप्रयाग, घनसाली, कैंपटी।
- चमोली- गोपेश्वर , गोबिंदघाट, गैरसैंण।
- रुद्रप्रयाग- ऊखीमठ, गुप्तकाशी, अगस्त्यमुनि।
- पौड़ी – श्रीनगर, लक्ष्मणझूला।
- नैनीताल – काठगोदाम, कालाढूंगी, तल्लीताल, भीमताल, मुक्तेश्वर, मुखानी, बनभूलपुरा।
- ऊधम सिंह नगर – कुंदा, गदरपुर, पंतनगर, नानकमत्ता, ट्रांजिट कैंप, आइटीआइ।
- अल्मोड़ा – द्वाराहाट, सोमेश्वर, चौखुटिया ,महिला थाना।
- बागेश्वर – बैजनाथ, कौसानी।
- पिथौरागढ़ – बेरीनाग, झूलाघाट, मुनस्यारी, गंगोलीहाट।
- चंपावत – टनकपुर।
यह प्रस्ताव कैबिनेट के सम्मुख लाया गया, जिसे कैबिनेट ने स्वीकृति प्रदान की। अब इसका आदेश जारी कर दिया गया है। अब जल्द ही पुलिस मुख्यालय द्वारा नई तैनाती के संबंध में आदेश जारी किया जाएगा।

