
घंटों पुलिस बेबस नजर आई और करीब पौने पांच घंटे बाद फरार कैदी को पकड़ लिया गया।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी
दोषसिद्ध बंदी करीब 40 वर्षीय पवन सैनी पुत्र तीरथ सिंह निवासी फतेहपुर रेहड़, बिजनौर यूपी सम्पूर्णानंद खुली जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है। मंगलवार सुबह करीब छह बजे गिनती के दौरान पवन अनुपस्थित पाया गया। उसकी झोपड़ी भी खाली थी। जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। कोतवाली पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जेल परिसर व आसपास के जंगलों में कॉम्बिंग शुरू की।
दो जिलों में नाकाबंदी
ऊधमसिंह नगर और नैनीताल जनपद के सीमावर्ती क्षेत्रों में भी नाकेबंदी की गई। अंततः सुबह लगभग 10:45 बजे लालरखास से करीब एक किलोमीटर दूर फरार कैदी को जेल पुलिस ने पकड़ लिया। इसके बाद जेल प्रशासन और पुलिस ने राहत की सांस ली। कोतवाली के एसएसआई विक्रम सिंह धामी ने बताया कि फरार कैदी के पकड़े जाने पर सर्च अभियान समाप्त कर दिया गया है। वहीं खुली जेल के वरिष्ठ अधीक्षक अनुराग मलिक ने बताया कि दोषसिद्ध कैदी को पकड़ लिया गया है उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दे दी गई है। नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जा रही है।
दुष्कर्म और हत्या में उम्रकैद की सजा काट रहा
पवन सैनी को वर्ष 2013 में किशोरी से दुष्कर्म और हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। रामनगर कोतवाली में तैनात एसएसआई मोहम्मद यूनुस ने बताया कि 13 अप्रैल 2013 को पवन एक किशोरी को बहला-फुसलाकर ज्वालावन, रामनगर ले गया, जहां दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी थी। मृतका के पिता की तहरीर पर पवन सैनी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट, धारा 376 और 302 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। दो वर्ष बाद न्यायालय ने उसे दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। वर्ष 2017 में उसे सेंट्रल जेल सितारगंज में स्थानांतरित किया गया था।
पकड़ने वाले कर्मियों को सम्मानित
कैदी पवन सैनी वर्ष 2017 से सेंट्रल जेल सितारगंज में बंद था। 8 फरवरी 2025 को उसे सम्पूर्णानंद खुली जेल में शिफ्ट किया गया था, जहां कैदी खेतीबाड़ी करते हैं और झोपड़ियों में रहते हैं। पवन गिनती में मौजूद था, मंगलवार सुबह वह लापता पाया गया। प्रधान बंदीरक्षक दिनेश पांडे, बंदीरक्षक नवीन चंद्र, प्रदीप सिंह, हरीश पांडे, सिविलियन राजा राम और स्वच्छकार राजीव प्रसाद ने संभावित स्थलों पर उसकी तलाश की। लगभग पौने पांच घंटे की मेहनत के बाद सुबह 10:45 बजे कैदी को झाड़ियों में छिपा पाया गया और गिरफ्तार किया। वरिष्ठ अधीक्षक अनुराग मलिक ने बताया पकड़ने वाले जेल कर्मियों को सम्मानित करने को उच्चाधिकारियों को संस्तुति भेजेंगे।




