
रुद्रपुर, 19 जुलाई 2025 – उत्तराखंड के लिए यह दिन ऐतिहासिक बन गया जब राज्य की धरती पर देश के पहले “निवेश ग्राउंडिंग उत्सव” का आयोजन हुआ। इस महाउत्सव की अध्यक्षता केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने की और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में इस कार्यक्रम को एक समावेशी सांस्कृतिक, सामाजिक और औद्योगिक रंग दिया गया।
संवाददाता संपादक हिंदुस्तान ग्लोबल टाइल्स अवतार सिंह बिष्ट उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी
सांस्कृतिक मंच बना आकर्षण का केंद्र
इस ऐतिहासिक आयोजन में जहां निवेश की घोषणा और रोजगार सृजन पर फोकस रहा, वहीं कार्यक्रम का सांस्कृतिक मंच दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा। अल्मोड़ा की विहान सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था ने पारंपरिक मांगल गीतों और लोकधुनों के माध्यम से गृहमंत्री अमित शाह का हार्दिक स्वागत किया। इस प्रस्तुति में उत्तराखंड की समृद्ध लोकसंस्कृति की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई दी।


संस्था अध्यक्ष देवेंद्र भट्ट के नेतृत्व में दल नायिका ममता वाणी भट्ट ने गायिकाओं की टोली के साथ भावपूर्ण स्वागत गीत प्रस्तुत किया। मंच पर बांसुरी पर संतोष कुमार, हारमोनियम पर रोशन बनोला, ढोलक पर पंकज कुमार, हुड़का पर दयानंद कठैत, और साइड रिदम पर मनोज चम्याल ने मधुर संगत दी, जिसने समूचे वातावरण को लोक-संस्कृति से ओतप्रोत कर दिया।
गायिकाओं में ज्योति कोहली, योगिता जोशी, दिव्या जोशी, प्रियंका बिष्ट, भावना जोशी, पायल तिवारी, नम्रता जोशी, निशा मेहरा, प्रियंका शर्मा सहित कई रंगकर्मियों ने अपनी प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया।
संस्कृति और विकास का समन्वय
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कहा, “निवेश केवल आंकड़ों तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि वह ज़मीन पर दिखना चाहिए और जनता से जुड़ना चाहिए। आज जब उत्तराखंड में निवेश के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों को भी बराबर महत्व दिया जा रहा है, तब यह स्पष्ट है कि हम एक समग्र विकास मॉडल की ओर बढ़ रहे हैं।”
केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह की उपस्थिति में इस आयोजन ने दो संदेश दिए — एक ओर जहां उद्योगों का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ, वहीं दूसरी ओर राज्य की परंपरागत सांस्कृतिक विरासत को मंच पर सजीव किया गया। यह राज्य के आत्म-सम्मान और पहचान का प्रतीक है।
निवेश की ग्राउंडिंग और सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ाव
उत्तराखंड अब उन चुनिंदा राज्यों में शामिल हो गया है जहाँ निवेश की घोषणाएं केवल MoU तक सीमित नहीं, बल्कि जमीन पर कार्य प्रारंभ हो चुका है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक ₹1 लाख करोड़ से अधिक के निवेश की ग्राउंडिंग हो चुकी है, जिससे 81,000 से अधिक रोजगार अवसर सृजित होंगे। ऐसे में सांस्कृतिक मंचों का समावेश यह दर्शाता है कि राज्य केवल आर्थिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी मजबूत हो रहा है।
स्थानीय प्रतिनिधित्व और महिला सशक्तिकरण का प्रतीक
विहान संस्था की प्रस्तुति यह भी दर्शाती है कि उत्तराखंड की महिलाएं केवल पारंपरिक कलाओं की संवाहक नहीं, बल्कि सामाजिक नेतृत्वकर्ता भी बन रही हैं। ममता वाणी भट्ट और उनकी टीम ने मंच को जिस गरिमा से सजाया, उसने राज्य की सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय पटल पर उभारा
उत्तराखंड निवेश उत्सव केवल औद्योगिक प्रगति की तस्वीर नहीं, बल्कि एक संस्कृतिकालीन चेतना का उत्सव भी बन गया। गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में जब लोकधुनों की गूंज हुई, तब यह स्पष्ट हो गया कि उत्तराखंड की असली शक्ति उसकी सांस्कृतिक जड़ों में ही निहित है – और यही शक्ति आज आधुनिकता से हाथ मिलाकर आगे बढ़ रही है।
मंच पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूज्य बाबा रामदेव, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट राज्यसभा सांसद,

