
उनके इस विचार से कनाडा में पहले ही नाराजगी है, लेकिन ट्रंप ने इसे हल्के-फुल्के अंदाज में पेश किया और युद्ध की आशंका को खारिज कर दिया।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
ग्रीनलैंड पर नरम नहीं पड़े डोनाल्ड ट्रंप
जहां कनाडा के मामले में ट्रंप ने नरमी दिखाई, वहीं ग्रीनलैंड पर उनके तेवर पुराने ही रहे। उन्होंने कहा, ‘ग्रीनलैंड के साथ कुछ हो सकता है। हमें वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चाहिए।’ हालांकि उन्होंने कनाडा को लेकर कहा, ‘मैं वहां सैन्य कार्रवाई नहीं देखता, ईमानदारी से कहूं तो।’
कानून और नागरिक अधिकारों पर सवाल
इंटरव्यू के दौरान ट्रंप से अमेरिकी संविधान में दिए गए ‘ड्यू प्रोसेस’ यानी कानूनी अधिकारों पर भी सवाल किया गया। खासतौर से किलमार एब्रैगो गार्सिया नाम के शख्स के मामले में, जिसे गलती से डिपोर्ट कर दिया गया था। ट्रंप ने इस पर सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा, ‘मैं वकील नहीं हूं, मुझे नहीं पता।’ उनके विरोधियों का आरोप है कि ट्रंप नागरिकों के मौलिक अधिकारों को कमजोर कर रहे हैं।
अर्थव्यवस्था पर मंदी की आशंका को खारिज किया
ट्रंप ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था की स्थिति पर कहा कि देश संक्रमण काल से गुजर रहा है, लेकिन भविष्य में सबकुछ शानदार होगा। जब उनसे मंदी की बढ़ती आशंका के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, कुछ लोग कहते हैं मंदी आएगी, लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि यह अमेरिका का सबसे बेहतरीन दौर होगा।’ पहली तिमाही में 0.3% गिरावट पर ट्रंप ने बाइडन को दोषी ठहराया और कहा, ‘अच्छे हिस्से ट्रंप अर्थव्यवस्था हैं और बुरे हिस्से बाइडेन अर्थव्यवस्था।’
तीसरी बार राष्ट्रपति बनने की बात को टाला
ट्रंप ने बार-बार तीसरी बार राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं, लेकिन इस बार उन्होंने इसे टालते हुए कहा, ‘यह कोई ऐसी चीज नहीं है जिसे मैं अभी करने जा रहा हूं। मैं चार बेहतरीन साल चाहता हूं और फिर इसे किसी अच्छे रिपब्लिकन नेता को सौंपूंगा।’
जेडी वेंस और मार्को रूबियो की तारीफ
ट्रंप ने उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रूबियो की तारीफ करते हुए कहा कि दोनों शानदार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के पास भविष्य के लिए कई मजबूत नेता हैं, लेकिन अभी उनके उत्तराधिकारी के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी। ट्रंप ने भरोसा जताया कि उनका ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ आंदोलन उनके बाद भी मजबूत रहेगा।
