स्वर्णिम हिल व्यू की सुनसान गलियां: सुविधाओं से वंचित, समस्याओं से घिरी एक उपेक्षित सोसाइटी”

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रुद्रपुर की गिनती यदि उत्तराखंड के विकसित होते नगरों में होती है, तो उसकी परछाईं में गुम हो चुकी सोसाइटियों की दशा भी उतनी ही विचारणीय है। ‘स्वर्णिम हिल व्यू सोसाइटी’, जो वर्ष 2006 से बसी हुई है, आज विकास और सुविधाओं से कोसों दूर खड़ी है। यहां के निवासियों की पीड़ा न केवल अधूरी विकास योजनाओं की गवाही देती है, बल्कि एक गहरी प्रशासनिक उदासीनता की भी पोल खोलती है।

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

स्थानीय लोगों का आरोप है कि सोसाइटी में मौजूद कम्युनिटी हॉल और पार्कों की ज़मीन को गुपचुप तरीके से बेचे जाने की साजिश रची जा रही है। वहीं, आए दिन हो रही चोरियों, स्ट्रीट लाइटों की कमी, जर्जर सड़कों और जलभराव ने लोगों का जनजीवन कठिन बना दिया है। एक निजी गैस कंपनी द्वारा सड़क में छोड़े गए गड्ढे अब स्थायी मुसीबत का रूप ले चुके हैं।

मुख्य समस्याओं की रूपरेखा:कम्युनिटी हॉल का दुरुपयोग कम्युनिटी हॉल का निर्माण सोसाइटी हित में किया गया था, परंतु यह आज एक गोदाम बनकर रह गया है। चारदीवारी कर इसे लोगों की पहुँच से बाहर कर दिया गया है।

पार्कों का अस्तित्व संकट में, सोसाइटी में तीन पार्क निर्धारित हैं, पर कोई भी उपयोग योग्य स्थिति में नहीं है। घेराबंदी कर उन्हें निजी उपयोग में लेने की तैयारी है, जिससे लोग आक्रोशित हैं।

गैस कंपनी द्वारा की गई खुदाई से जलभराव मुख्य प्रवेश द्वार पर किए गए गड्ढों को भरने का आश्वासन दिया गया था, परंतु वादाखिलाफी के कारण बारिश में सड़क तालाब बन जाती है।

भीतरी सड़कों की जर्जर हालत कई गालियां आज तक डामर नहीं देख पाई हैं। कीचड़ और जलभराव ने जीवन ठप कर दिया है।

गंदे पानी की निकासी नहीं नालियों के अभाव में सड़कों पर गंदा पानी बहता है। मच्छर, सांप और अन्य कीड़ों से बीमारियां फैल रही हैं।

असुरक्षा और चोरी की घटनाएं सिडकुल रोड से सटी सिंचाई विभाग की भूमि पर अतिक्रमण ने असामाजिक तत्वों का रास्ता खोला है। पुलिस गश्त नहीं होने से चोरियों की भरमार है।

स्ट्रीट लाइटें बंद, अंधेरे का डर करीब 20 स्ट्रीट लाइटों में से आधी से ज्यादा खराब पड़ी हैं। शिफ्टों में काम करने वाले कर्मचारियों को रात में खतरा बना रहता है।बिजली व्यवस्था चरमर ट्रांसफॉर्मर की क्षमता कम है। गर्मियों में अक्सर फुंक जाता है, जिससे बिजली और पानी दोनों बाधित होते हैं।

निवासियों की मांगें,कम्युनिटी हॉल और पार्कों को जनता के लिए खोलना सड़कों का जल्द डामरीकरण गड्ढों की मरम्मत और जल निकासी की समुचित व्यवस्था सिंचाई विभाग की ज़मीन से अतिक्रमण हटाना नियमित पुलिस गश्त और चोरी रोकने के पुख्ता इंतज़ाम स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत और बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करना

रुद्रपुर की गिनी-चुनी पुरानी हाउसिंग सोसायटी में शामिल स्वर्णिम हिल व्यू सिटी एक बार फिर अव्यवस्थाओं और झूठे वादों की वजह से चर्चा में है। वर्ष 2006 से लोग यहां बसने लगे, लेकिन दो दशक बाद भी यहां मूलभूत सुविधाओं का टोटा है। पार्क सूने हैं, सड़कें गड्ढों में तब्दील हैं, और कम्युनिटी हॉल पर कॉलोनाइज़र का ताला लटका है।स्थानीय लोगों की मांग है कि जिला विकास प्राधिकरण इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करे, कम्युनिटी हॉल को आमजन के लिए खोला जाए, पार्कों का सौंदर्याकरण हो, और सड़कों की मरम्मत व जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए। सवाल यह है कि क्या रुद्रपुर की यह पुरानी सोसाइटी कभी ‘स्वर्णिम’ बन पाएगी?



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