पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से एक बार फिर अल्पसंख्यकों पर हो रहे बर्बर अत्याचार की शर्मनाक घटना सामने आई है। सिंध प्रांत के मीरपुरखास जिले के दिघरी इलाके में एक हिंदू महिला को अगवा कर जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया और बाद में उसका निकाह एक मुस्लिम युवक से करा दिया गया।

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पीड़ित परिवार अब न्याय के लिए भटक रहा है।

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह

इस दर्दनाक मामले को लेकर पीड़िता का पति अपने चार मासूम बच्चों के साथ स्थानीय सामाजिक संगठन ‘दरावर इत्तेहाद पाकिस्तान’ के दफ्तर पहुंचा और प्रशासन से महिला को वापस लाने की गुहार लगाई।

हिंदू संगठन ने उठाई आवाज

अल्पसंख्यकों के हक में लगातार आवाज उठा रहे संगठन के प्रमुख शिवा काछी ने बताया कि पीड़िता को जबरन अगवा किया गया। इसके बाद उस पर दबाव बनाकर इस्लाम कबूल करवाया गया और फिर शहबाज खशखेली नाम के एक मुस्लिम युवक से जबरन शादी कर दी गई। उन्होंने बताया कि स्थानीय पुलिस न तो मामला दर्ज कर रही है और न ही कोई कार्रवाई कर रही है। ऐसे में अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा।

पति का सवाल- क्या यही है अल्पसंख्यकों के लिए इंसाफ?

महिला के पति ने बताया कि शहबाज और उसके साथियों ने कुछ दिन पहले उसकी पत्नी को उसके ही घर के पास से अगवा कर लिया था। दो दिन बाद वह एक इस्लामिक स्थल पर दिखाई दी, जहां उसका धर्म परिवर्तन करवाया गया और फिर जबरन निकाह पढ़वा दिया गया। उन्होंने भावुक होते हुए कहा, “क्या पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की कोई इज्जत नहीं बची? क्या हमें इंसाफ नहीं मिलेगा?”


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