
जब शव को अर्थी पर रखा गया और अंतिम स्नान दिया जा रहा था, तब मृतक अचानक जीवित हो गया और बोलने लगा। यह देखकर सभी लोग हैरान रह गए। तुरंत उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले उसकी फिर से मृत्यु हो गई और डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।


परिवार की स्थिति
यह घटना रुड़की के झबरेड़ा कस्बे की है। दीपक कुमार (58) लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे। सोमवार की सुबह उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और इससे पहले कि परिवार उन्हें अस्पताल ले जा पाता, उनकी मृत्यु हो गई। इस खबर से परिवार में हड़कंप मच गया और रिश्तेदारों को अंतिम दर्शन के लिए बुलाया गया।
अंतिम संस्कार की तैयारी
दीपक के शव को श्मशान घाट ले जाने की प्रक्रिया चल रही थी। अंतिम स्नान के दौरान, दीपक अचानक उठ खड़े हुए और वहां मौजूद लोगों से पूछा कि वे क्या कर रहे हैं। यह दृश्य देखकर सभी लोग चकित रह गए। तुरंत दीपक को रुड़की अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें फिर से मृत घोषित कर दिया।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
जब परिवार शव लेकर गांव वापस आया, तो ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। अंततः, परिजनों ने दोपहर के समय दीपक का अंतिम संस्कार किया। यह अजीबोगरीब घटना झबरेड़ा क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है।
शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)संवाददाता
