उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा में पेपर लीक प्रकरण में प्रशासन की ओर से एक और बड़ा एक्शन लिया गया है. इस मामले में मुख्य आरोपी खालिद मलिक और उसके परिवार द्वारा किए गए अतिक्रमण को बुलडोजर से हटाने की कार्रवाई की गई हैं.

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गुरुवार को हरिद्वार के लक्सर क्षेत्र के गांव सुल्तानपुर में आरोपी खालिद की सरकारी जमीन पर बनी दुकानों को बुलडोज़र से ध्वस्त कर दिया गया. इस दौरान मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल और सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था. धामी सरकार की ये कार्रवाई दिनभर चर्चा में रही.

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी

पेपर लीक आरोपी की दुकानों पर चला बुलडोज़र

खबर के मुताबिक प्रशासन के द्वारा इसकी तैयारी पहले से ही कर ली गई थी. इस दौरान लक्सर एसडीएम सौरभ अस्वाल और एसपी देहात शेखर सुयाल पुलिस बल व राजस्व विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे. जिसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई. इस दौरान वहां बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए.

इस कार्रवाई के दौरान मुख्य आरोपी खालिद और उसके चाचा द्वारा सरकारी जमीन पर की गई दुकानों के सामने के अतिक्रमण को जेसीबी से हटाया गया. इस दौरान परिवार के लोगों ने भी कहा कि गलत करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

पेपर लीक मामले पर धामी सरकार सख्त

बता दें कि उत्तराखंड में पेपर लीक मामले को लेकर अभ्यार्थियों में जबरदस्त गुस्सा देखने को मिल रही हैं. वहीं प्रदेश की धामी सरकार ने ये साफ कर दिया है. आरोपियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. सरकार ने कहा कि जो भी भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी करने की कोशिश करेगा और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करेगा उस पर सरकार सख्ती से प्रहार करेगी.

मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने पेपर लीक मामले की जाँच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया हैं. इसकी निगरानी हाईकोर्ट के रिटायर जज करेंगे, एसआईटी को एक महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है.


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