मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को यात्रा मार्ग पर सड़क सुरक्षा से संबंधित सभी पहलुओं विशेषकर क्रेश बैरियर लगवाने के प्रस्ताव शीघ्र शासन स्तर पर भेजने के निर्देश दिए। साथ ही पुलिस एवं परिवहन विभाग को गत वर्षों में यात्रा सीजन के दौरान हुई सड़क दुर्घटनाओं का डेथ ऑडिट करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने शुक्रवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के दौरान दुर्घटना मुक्त यात्रा बनाने के निर्देश दिए। अधिकारियों को 15 अप्रैल तक सड़कों के मरम्मत, पैच आदि कार्य पूर्ण करने की डेडलाइन दी।
600 करोड़ रुपये से चमकेंगी चारधाम यात्रा की सड़कें
लोक निर्माण विभाग को सड़क सुरक्षा आदि कार्यों के लिए 600 करोड़ रुपये अनुमोदित किए गए हैं। मुख्य सचिव ने यात्रा मार्गों पर चालकों की सुविधा के लिए विश्राम कक्ष, सस्ते भोजन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कहा कि विश्राम कक्ष का संचालन स्थानीय युवा करेंगे।
‘हेली सेवाओं की बुकिंग केवल आईआरसीटीसी के माध्यम से ही’
हेली सर्विसेज के रजिस्ट्रेशन के ऑनलाइन फर्जीवाड़े व साइबर क्रिमिनल्स पर कड़ी निगरानी के दृष्टिगत मुख्य सचिव ने रजिस्ट्रेशन के समय ‘हेली सेवाओं की बुकिंग केवल आईआरसीटीसी के माध्यम से ही’ का संदेश यात्रा तथा विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए। फर्जीवाड़े की जांच के लिए एसटीएफ को भी सक्रिय रहने को कहा।
स्वास्थ्य सुविधाएं शीर्ष प्राथमिकता पर
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा मार्गों पर ड्यूटी पर लगे डॉक्टर्स की रोस्टर बनाकर तैनाती की जाए। साथ ही पहले से ही उत्तरकाशी, चमोली एवं रूद्रप्रयाग जिलों के स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात डॉक्टर्स की ड्यूटी चारधाम यात्रा में न लगाई जाए बल्कि यात्रा मार्ग पर बाहर से युवा डॉक्टर्स की तैनाती की जाए। यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की हेल्थ स्क्रीनिंग के लिए चेक पोस्ट पर ही व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
प्लास्टिक मुक्त होगी चारधाम यात्रा
यात्रा के दौरान प्लास्टिक बोतलों के उपयोग को हतोत्साहित करने के उद्देश्य से मुख्य सचिव ने Buy Back Bottle पहल को पूरे यात्रा मार्ग पर लागू करने के निर्देश दिए। साथ ही पेयजल विभाग को जगह-जगह पर्याप्त वाटर एटीएम लगाने को कहा।
चारधाम यात्रा बेहतर ढंग से संचालित हो, इसके लिए सभी विभाग तैयारियों में जुट गए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग के मुख्य अभियंता इं. दयानंद ने बताया कि अब समय-समय पर व्यवस्थाओं का आंकलन किया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग, एनएच आईडीसीएल तथा बीआरओ से सड़कों को गड्ढामुक्त करने, बुल्डोजर, जेसीबी एवं पोकलेंड मशीनों को यथास्थान रखने, डंपिंग जोनों का समतलीकरण, ट्रैफिक साइनबोर्ड लगवाने तथा मार्ग अवरूद्ध होने पर मार्ग को सुचारू करने की कार्य योजना पर विचार-विमर्श किया गया। इसके अलावा यात्रियों की सुविधाओं को लेकर भी विभागों को दिशा निर्देश दिए गए।