
वहीं आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी कहते हैं. एकादशी के दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है, व्रत रखा जाता है. मान्यता है कि एकादशी व्रत करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है. एकादशी के दिन व्रत-पूजा के अलावा उपाय भी करना चाहिए. ये उपाय गरीबी दूर करते हैं, सोया भाग्य जगा देते हैं.


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
योगिनी एकादशी कब है?
पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह की एकादशी तिथि 21 जून 2025 को सुबह 07 बजकर 18 मिनट पर प्रारंभ होगी और 22 जून को सुबह 04 बजकर 27 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में योगिनी एकादशी का व्रत 21 जून 2025 को रखा जाएगा.
योगिनी एकादशी व्रत का महत्व जानेंगे तो जरूर यह व्रत रखेंगे. मान्यता है कि योगिनी एकादशी के दिन व्रत रखने और पूजा करने से 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर पुण्य प्राप्त होता है. साथ ही यह व्रत हर मनोकामना को पूरी करने वाला और दुख-संकटों से मुक्ति देने वाला है.
योगिनी एकादशी के उपाय
यदि जीवन में धन-दौलत, करियर, सेहत, परिवार आदि से जुड़ी कोई समस्या है तो योगिनी एकादशी का दिन इनसे निजात दिला सकता है. इसके लिए योगिनी एकादशी पर उपाय कर लें.
अटका धन पाने का उपाय – यदि पैसा कहीं फंसा हुआ है तो योगिनी एकादशी के दिन एक गोमती चक्र लें और उसे शाम को अंधेरा होने के बाद किसी विरान जगह पर या घर के बाहर खाली जगह पर जमीन में दबा दें. भगवान विष्णु से प्रार्थना करें कि आपका पैसा वापस मिल जाए. यह टोटका अटका धन पाने में बहुत मददगार माना गया है.
तरक्की पाने के उपाय – नौकरी-कारोबार में तरक्की पाना चाहते हैं तो योगिनी एकादशी पर 11 गोमती चक्र और 3 छोटे एकाक्षी नारियल को मंदिर में स्थापित करके उनकी पूजा करें. फिर उन्हें पीले रंग के कपड़े में बांधकर ऑफिस की टेबल या दुकान में रख लें. संभव हो तो व्यवसायिक प्रतिष्ठान के मुख्य द्वार पर बांध दें. इससे तरक्की मिलने के प्रबल योग बनते हैं.
पारिवारिक कलह दूर करने के उपाय – घर में झगड़े होते हों तो एकादशी के दिन केले के पेड़ की धूप-दीप, रोली-चावल से पूजा करें. विष्णु जी को पूजा में केसर मिश्रित दूध अर्पित करें और फिर वह प्रसाद घर के सदस्य ग्रहण करें. रिश्ते बेहतर होने लगेंगे.
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