उन्होंने बताया कि भारत की जीडीपी 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गई है, और अब केवल अमेरिका, चीन और जर्मनी ही भारत से आगे हैं।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह
आर्थिक सुधारों का असर
सुब्रह्मण्यम ने नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यह उपलब्धि देश में किए गए सुधारों के कारण संभव हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि यह प्रवृत्ति जारी रही, तो अगले ढाई से तीन वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
ट्रम्प के बयान पर प्रतिक्रिया
सुब्रह्मण्यम ने यह भी बताया कि भारत अब वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण मैन्यूफैक्चरिंग केंद्र के रूप में उभर रहा है। हाल ही में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि अमेरिका में बिकने वाले आईफोन भारत जैसे देशों में नहीं, बल्कि अमेरिका में बनने चाहिए। इस पर सुब्रह्मण्यम ने कहा कि अमेरिका के भविष्य के टैरिफ के बारे में अभी कोई स्पष्टता नहीं है।
‘मेक इन इंडिया’ की सफलता
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार जल्द ही एसेट मोनेटाइजेशन की दूसरी योजना शुरू करने जा रही है, जो अगस्त में लागू हो सकती है। इस योजना के तहत सरकारी संपत्तियों को बेचकर या उनके उपयोग से धन अर्जित किया जाएगा। यह आर्थिक उपलब्धि ऐसे समय में आई है जब भारत वैश्विक सप्लाई चेन में अपनी भूमिका को और मजबूत करना चाहता है। ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत भारत नए निवेश को आकर्षित करने का प्रयास कर रहा है, जो देश के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।

