
उन्होंने पूछा कि यदि भारत सिंधु नदी का पानी रोकता है, तो उसे संग्रहित कहां करेगा, क्या देश के पास इतने बड़े बांध हैं? खरगे ने यह भी कहा कि कांग्रेस राष्ट्र की एकता और सुरक्षा के लिए सरकार के साथ खड़ी है, लेकिन यह जरूरी है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक में भाग नहीं लिया, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। बता दें भारत सरकार ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित करने का निर्णय लिया है। इस कदम के तहत भारत ने पाकिस्तान को इस निर्णय के कारणों के बारे में पत्र लिखा। पाकिस्तान ने इस कदम को युद्ध की ओर बढ़ने जैसा बताया है और इसके खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।


शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)संवाददाता
व्यंग्यात्मक टिप्पणी):
“खरगे जी, आपकी चिंता सही है कि पानी रोककर उसे स्टोर कहां करेंगे। लेकिन चिंता मत कीजिए – अगर समाधान कांग्रेस के पुराने ढर्रे पर चलता, तो हम शायद पानी भी ‘एडहॉक कमेटी’ बनाकर फाइलों में ही घुमा रहे होते…! कम से कम अब पानी किताबों में नहीं, ज़मीन पर रोका जाएगा।”
