सोसायटी ने अच्छा कारोबार करने वाले कुछ मैनेजरों व एजेंटों को थाईलैंड भी घुमाया और कुछ को लग्जरी वाहन भी गिफ्ट दिए हैं। पौड़ी पुलिस ने गिरफ्तार पांच आरोपियों से दो फॉर्च्यूनर कार भी बरामद की है।
एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि एलयूसीसी में निवेश के लिए आरडी व एफडी कराई जाती थी। सोसायटी के नियंत्रक जहां भी नई शाखा खोलते तो स्थानीय लोगों को ही मैनेजर सहित अन्य पदों पर तैनाती देते। सोसायटी में निवेश के लिए एजेंट भी स्थानीय ही रखे जाते हैं।
हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट
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बताया कि सोसायटी में निवेश के फायदे गिनाते हुए बताया जाता है कि विदेश में गोल्ड, ऑयल, रिफाइनरी में उनका पैसा कुछ ही सालों में दो गुना से अधिक हो जाएगा। एसएसपी सिंह ने बताया कि मैनेजर व एजेंटों में सोसायटी के प्रति, उनकी प्रतिबद्धता बढ़ाए जाने के लिए कुछ अच्छा कारोबार करने वालों को थाईलैंड घुमाया और कुछ को लग्जरी गाड़ियां भी गिफ्ट में दी। जिससे लोग सोसायटी में अधिक से अधिक पूंजी निवेश करने लगे।
एक संस्था की बनायी छह सोसायटी
एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि वर्ष 2016 में समीर अग्रवाल ने एक संस्था की स्थापना की थी। जिसमें 6 सोसायटी गठित की थी। इनमें एलयूसीसी का कार्य क्षेत्र उत्तराखंड, हरियाणा व यूपी रखा। एलजेसीसी सोसायटी को मध्य प्रदेश, एसएसवी को महाराष्ट्र, एसएस को गुजरात व राजस्थान, फॉर ह्यूमन को बिहार-हरियाणा और विश्वास सोसायटी को पंजाब कार्यक्षेत्र दिया।
एएसपी सहित 19 अधिकारी-कर्मचारियों की टीम रही शामिल
फर्जीवाड़े का खुलासा करने वाली टीम में एएसपी कोटद्वार जया बलोनी, सीओ कोटद्वार विभव सैनी, कोतवाल कोटद्वार रमेश तनवर, विवेचक एसआई शशिभूषण जोशी, एसएसआई उमेश कुमार, सीआईयू प्रभारी कमलेश शर्मा सहित 19 अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे।