
रुद्रपुर, 25 जून 2025 | जिला मुख्यालय में “नशामुक्त देवभूमि मिशन” के तहत आयोजित जिला स्तरीय समिति की बैठक में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने नशे के खिलाफ ठोस कार्रवाई के स्पष्ट संकेत दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि जिले में मेडिकल स्टोर्स पर ड्रग्स इंस्पेक्टर और पुलिस की संयुक्त टीमें नियमित छापेमारी करें, और यदि कहीं प्रतिबंधित दवाइयां, अधूरी स्टॉक पंजिकाएं या बिना लाइसेंस संचालित दुकानें पाई जाती हैं, तो उनके विरुद्ध लाइसेंस निरस्तीकरण और दुकान सील करने की कार्रवाई तत्काल की जाए।
संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट


अजीतपुर मजरा किच्छा में नया नशामुक्ति केंद्र खोलने का प्रस्ताव
बैठक के दौरान डीएम भदौरिया ने अजीतपुर मजरा किच्छा स्थित शिक्षा विभाग के पुराने विद्यालय भवन में नशामुक्ति केंद्र खोलने का प्रस्ताव भी शासन को भेजने के निर्देश जिला समाज कल्याण अधिकारी को दिए। उन्होंने बताया कि जनपद में 7 नशामुक्ति केंद्र पहले से संचालित हैं, जबकि दो नए सरकारी केंद्रों की स्थापना की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
हर मेडिकल दुकान की होगी जांच
जिलाधिकारी ने ड्रग्स इंस्पेक्टर को निर्देश दिए कि जनपद की सभी मेडिकल दुकानों की गहन जांच की जाए, खासकर उन पर जो बिना वैध लाइसेंस चल रही हैं या एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री में संलिप्त हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक प्रवर्तन कार्रवाई की रिपोर्ट जिला कार्यालय एवं एसएसपी कार्यालय को भेजना अनिवार्य है।
स्कूलों और कॉलेजों में चलेगा एंटी ड्रग्स अभियान
शिक्षा विभाग को भी निर्देशित किया गया कि जिले के सभी सरकारी और गैर-सरकारी शिक्षण संस्थानों में “एंटी ड्रग्स कमेटी” को सक्रिय किया जाए। साथ ही, विद्यार्थियों को नशे से होने वाले स्वास्थ्य, सामाजिक और मानसिक दुष्प्रभावों के प्रति नुक्कड़ नाटक, बैनर, सोशल मीडिया, काउंसलिंग आदि माध्यमों से जागरूक किया जाए। पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और स्वयंसेवी संस्थाओं के समन्वय से यह अभियान चलाया जाएगा।
एनडीपीएस एक्ट में 130 मुकदमे दर्ज, 15.34 करोड़ का नशीला माल जब्त
बैठक में जिला समाज कल्याण अधिकारी अमन अनिरुद्ध ने बताया कि एनडीपीएस एक्ट के तहत 130 अभियोग दर्ज किए गए हैं जिनमें 194 अभियुक्तों में से 178 की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में चरस, स्मैक, डोडा, गांजा, अफीम, नशीले इंजेक्शन और कैप्सूल जैसे मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं, जिनकी बाजार कीमत लगभग 15.34 करोड़ रुपये आंकी गई है।
बैठक में मौजूद रहे अधिकारी
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा, अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. केके अग्रवाल, संयुक्त मजिस्ट्रेट आशिमा गोयल, उप जिलाधिकारी गौरव पांडेय, मुख्य शिक्षा अधिकारी केएस रावत, ड्रग्स निरीक्षक नीरज कुमार, निधि शर्मा और शुभम कोटनाला सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
यह बैठक एक बार फिर इस तथ्य को पुष्ट करती है कि उधमसिंह नगर प्रशासन “नशामुक्त देवभूमि” के अपने संकल्प को लेकर गंभीर और प्रतिबद्ध है। अब देखना यह होगा कि जमीनी स्तर पर इन आदेशों की अनुपालन स्थिति क्या रहती है, और कितनी तेजी से युवा पीढ़ी को नशे के चंगुल से बाहर निकालने में सफलता मिलती है।

