
ये ऐतिहासिक फैसला भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद लिया गया है, जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे. CAA ने एक बयान में कहा कि क्षेत्रीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सभी यात्री उड़ानें अगली सूचना तक रद्द रहेंगी.


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
पाकिस्तान की हवाई क्षेत्र पर असर
CAA के इस फैसले से पाकिस्तान के प्रमुख हवाई अड्डों जैसे कराची, लाहौर, इस्लामाबाद, सियालकोट और फैसलाबाद में उड़ानें प्रभावित हुई हैं. रिपोर्टों के अनुसार, ये कदम भारत द्वारा किए गए हमलों के बाद लिया गया है, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाया गया. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर आतंकियों के नौ शिविरों को नष्ट कर दिया था. पाकिस्तान ने इसके बाद भारतीय शहरों को ड्रोन और मिसाइल हमलों से निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत की सशक्त वायु रक्षा प्रणाली ने इन हमलों को नाकाम कर दिया.
CAA की यात्रा सलाह
CAA ने अपने बयान में यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी एयरलाइंस से लगातार संपर्क में रहें और उड़ानों के बारे में अपडेटेड जानकारी प्राप्त करें. यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी उड़ानों की नवीनतम जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइंस से संपर्क करें. इस निलंबन के कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानों, विशेष रूप से खाड़ी देशों और यूरोप जाने वाली उड़ानों पर भारी असर पड़ा है. कई अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस पहले ही पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने से बच रही हैं, जिससे यात्री यात्रा योजनाओं में बदलाव कर रहे हैं.
निश्चित नहीं है उड़ानों का भविष्य
पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र इस समय अस्थिर स्थिति में है और CAA द्वारा उड़ान संचालन में निलंबन जारी रखने से यात्रा के विकल्प सीमित हो गए हैं. यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना में बदलाव करना पड़ सकता है और एयरलाइंस को भी अपनी उड़ान मार्गों की पुनरावलोकन की आवश्यकता हो सकती है. पाकिस्तान की एयरलाइंस और अन्य वैश्विक एयरलाइंस के बीच हवाई यातायात में अनिश्चितता बनी हुई है.
