संपादकीय :रुद्रपुर गांधी पार्क से दशहरे का संदेश: असत्य पर सत्य की विजय का उत्सव(हिन्दुस्तान ग्लोबल टाइम्स)

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रुद्रपुर, उधम सिंह नगर।
आज रुद्रपुर गांधी पार्क का दृश्य बिल्कुल अलग है। हजारों की भीड़, उत्साह से भरे हुए चेहरे, बच्चों की खिलखिलाहट, युवाओं का जोश और बुजुर्गों की श्रद्धा—सब कुछ एक ही जगह पर आकर समा गया है। यह नजारा दशहरे का है, वह पर्व जो हमें हर वर्ष यह याद दिलाने आता है कि कितना भी बड़ा अहंकार क्यों न हो, अंततः उसका पतन तय है और सत्य, धर्म और न्याय की विजय निश्चित है।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी

मौसम और माहौल:
शुरुआत में थोड़ी देर के लिए मौसम ने संदेह की स्थिति जरूर पैदा की। बादलों की आहट और हवा के हल्के झोंकों ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि शायद इस बार का आयोजन प्रभावित हो सकता है। लेकिन जैसे ही आसमान पूरी तरह से साफ हुआ, लोगों के चेहरों पर वही पुराना आत्मविश्वास लौट आया। गांधी पार्क में एक बार फिर से रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के विशाल पुतलों को व्यवस्थित कर खड़ा कर दिया गया।

आज का गांधी पार्क रोशनी, सजावट और व्यवस्था से भव्य बना हुआ है। हर वर्ष की तरह इस बार भी पूरा मैदान दर्शकों से खचाखच भरा हुआ है। पंडालों और बैरिकेडिंग से लेकर सुरक्षा व्यवस्था तक सब कुछ सुव्यवस्थित है। बच्चे रंग-बिरंगी टोपियां और मास्क पहने झूले, खिलौनों और मिठाइयों का आनंद ले रहे हैं। महिलाएं सजधज कर आई हैं और पुरुष मित्रों व परिवार के साथ इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने पहुंचे हैं।

पुतला दहन की प्रतीक्षा:
रुद्रपुर के लोग दशहरे का पर्व केवल उत्सव के रूप में नहीं, बल्कि परंपरा और सांस्कृतिक विरासत के रूप में मनाते हैं। रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन इस शहर के लिए सामूहिक आस्था का केंद्र है। जैसे ही आग लगाई जाएगी, वैसे ही आकाश पटाखों की गड़गड़ाहट और आतिशबाज़ी की चमक से जगमगा उठेगा।

इस बार भी पुतला दहन कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में होगा। विधायक शिव अरोड़ा, महापौर विकास शर्मा समेत अन्य गणमान्य व्यक्तित्व इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। यह परंपरा दशकों से चली आ रही है कि राजनीतिक और सामाजिक प्रतिनिधि एक साथ मिलकर असत्य और अधर्म के प्रतीक रावण का दहन करें और जनता को यह संदेश दें कि समाज में बुराइयों का अंत एकजुट होकर ही संभव है।

हिन्दुस्तान ग्लोबल टाइम्स इस ऐतिहासिक क्षण का लाइव प्रसारण कर रहा है। यह केवल तकनीकी उपलब्धि भर नहीं है, बल्कि रुद्रपुरवासियों को यह अनुभव कराने का माध्यम है कि जो लोग किसी कारणवश गांधी पार्क नहीं पहुंच पाए, वे भी अपने घरों, मोबाइल स्क्रीन और इंटरनेट पर इस सांस्कृतिक उत्सव के सहभागी बन सकें।

दशहरे का उत्सव एक तरफ आस्था और परंपरा से जुड़ा है, वहीं दूसरी तरफ यह समाज के लिए गहरा संदेश भी लेकर आता है। आज जब नैतिक मूल्यों का संकट है, जब राजनीति में छल-कपट, शिक्षा में गिरावट, और सामाजिक जीवन में आपसी अविश्वास बढ़ रहा है—ऐसे में दशहरा हमें यह याद दिलाता है कि बुराई चाहे कितनी ही बड़ी क्यों न हो, जनता के सामूहिक संकल्प और सत्य की शक्ति से उसका अंत अवश्य होता है।

गांधी और शास्त्री की जयंती के साथ जुड़ाव:
आज 2 अक्टूबर का दिन और भी विशेष इसलिए है क्योंकि यह केवल दशहरे का पर्व नहीं बल्कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती भी है। गांधी जी ने सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए भारत को स्वतंत्रता दिलाई, तो शास्त्री जी ने “जय जवान जय किसान” का नारा देकर राष्ट्र को आत्मनिर्भरता और साहस का संदेश दिया।

दशहरा और गांधी-शास्त्री जयंती का यह संगम हमें यह सिखाता है कि केवल पुतलों का दहन ही काफी नहीं, बल्कि जीवन में मौजूद बुराइयों का भी अंत जरूरी है—चाहे वह भ्रष्टाचार हो, सामाजिक असमानता हो, नशे की लत हो या फिर आपसी वैमनस्य।

दशहरे का प्रतीकात्मक संदेश:रावण का दहन केवल एक परंपरा नहीं है। रावण ज्ञानवान था, शक्तिशाली था, लेकिन उसका अहंकार उसे पतन की ओर ले गया। समाज के लिए यह बड़ा सबक है कि यदि शक्ति और ज्ञान को सही दिशा में न लगाया जाए, तो उसका परिणाम विनाशकारी होता है।
आज रुद्रपुर के गांधी पार्क में जलते हुए पुतले हमें यही याद दिलाएंगे कि हमें अपने भीतर के रावण को भी समाप्त करना है।

ईर्ष्या, घृणा और अहंकार को जलाना है।
भ्रष्टाचार और कुरीतियों को समाप्त करना है।
भाईचारे, प्रेम और सहयोग को बढ़ाना है।
रुद्रपुर से पूरे उत्तराखंड को संदेश:हिन्दुस्तान ग्लोबल टाइम्स की ओर से हम पूरे उत्तराखंड और विशेषकर रुद्रपुर के नागरिकों को दशहरे की शुभकामनाएं देते हुए यह संदेश देना चाहते हैं:आइए, इस दशहरे पर केवल पुतले ही न जलाएं, बल्कि अपने भीतर और समाज में फैली हर बुराई को भी समाप्त करने का संकल्प लें।”
आइए, गांधी जी की सत्य-अहिंसा की शिक्षा और शास्त्री जी के त्याग व सादगी को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।”आइए, एक ऐसे उत्तराखंड का निर्माण करें जो केवल पर्यटन और प्राकृतिक सुंदरता के लिए नहीं, बल्कि ईमानदारी, भाईचारे और विकास की मिसाल के रूप में पूरे देश में जाना जाए।”
रुद्रपुर गांधी पार्क से निकलती यह ज्योति केवल पुतला दहन की लपटें नहीं, बल्कि सत्य की रोशनी है। यह रोशनी हर घर तक पहुंचे और यह संदेश हर हृदय में गूंजे कि—सत्य ही शक्ति है, और असत्य का अंत निश्चित है।”
विशेष संदेश:
हिन्दुस्तान ग्लोबल टाइम्स की तरफ से रुद्रपुर और पूरे उत्तराखंड की जनता को दशहरे, गांधी जयंती और शास्त्री जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं।


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