संपादकीय :कड़े अनुशासन और मानवीय दृष्टिकोण के संग—एसएसपी मणिकांत मिश्रा का उत्तराखंड पुलिस मॉडल”

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उत्तराखंड पुलिस का चेहरा बदलने की दिशा में एक अनुशासित, संवेदनशील और परिणामोन्मुख नेतृत्व की झलक इन दिनों ऊधमसिंहनगर में देखने को मिल रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा न केवल कानून-व्यवस्था पर पैनी नजर रख रहे हैं, बल्कि पुलिसिंग को जनता की सुरक्षा और विश्वास से सीधे जोड़ने का प्रयास भी कर रहे हैं। हाल ही में पुलिस लाइन रुद्रपुर में हुई मासिक अपराध समीक्षा गोष्ठी इस बात का जीवंत प्रमाण है कि जब एक अधिकारी नेतृत्व को जिम्मेदारी और जवाबदेही से जोड़ता है, तो पुलिस सिर्फ वर्दी नहीं—व्यवस्था की रीढ़ बन जाती है।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी


अपराध नियंत्रण से लेकर जनसंपर्क तक—संतुलित दृष्टिकोण
?गोष्ठी में एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने अपराध नियंत्रण, जांच की गुणवत्ता और जनसंपर्क को समान रूप से प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। पुलिस थानों में अपराधों की रोकथाम केवल गिरफ्तारी भर नहीं, बल्कि एक सतत प्रक्रिया है, जिसमें जनता का विश्वास सबसे बड़ा हथियार होता है। मिश्रा का यह दृष्टिकोण “जन पुलिसिंग” की आधुनिक अवधारणा को मूर्त रूप देता है—जहाँ पुलिस जनता के बीच भय नहीं, बल्कि भरोसा पैदा करती है।उन्होंने पुलिसकर्मियों की व्यक्तिगत और पारिवारिक समस्याओं की भी जानकारी ली—यह एक ऐसे नेतृत्व की पहचान है जो मानवता और अनुशासन दोनों का संतुलन जानता है। यह व्यवहारिक पुलिसिंग का वह चेहरा है जिसकी आज पूरे प्रदेश में आवश्यकता है।
त्योहारों में सुरक्षा—संवेदनशीलता के साथ सजगता?त्योहारों का मौसम सामाजिक एकता और उल्लास का प्रतीक होता है, लेकिन इसी समय पुलिस के लिए यह सबसे बड़ी परीक्षा भी होती है। एसएसपी मिश्रा ने इस चुनौती को दूरदर्शिता से लिया—भीड़भाड़ वाले बाजारों, धार्मिक स्थलों और पटाखा बाजारों में विशेष निगरानी, यातायात नियंत्रण और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के सख्त निर्देश देकर उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि सुरक्षा के मोर्चे पर कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं होगी।

उनके निर्देश इस बात की गवाही देते हैं कि आधुनिक पुलिसिंग केवल लाठी और वर्दी पर नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजी, संवेदनशीलता और सक्रियता पर टिकी है।
अपराधियों पर शिकंजा—ठोस परिणामों के साथ सख्त कार्रवाई?जनपद में हाल ही में थाना गदरपुर पुलिस द्वारा चोरी की 08 मोटरसाइकिलों की बरामदगी और एक शातिर वाहन चोर की गिरफ्तारी यह दिखाती है कि मिश्रा का सख्त रुख सिर्फ आदेशों तक सीमित नहीं, बल्कि मैदान में नतीजे दे रहा है।
इसी प्रकार, नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान के अंतर्गत 75 लाख रुपये की स्मैक के साथ दो तस्करों की गिरफ्तारी ने यह साबित किया कि पुलिस तंत्र अब नशा माफियाओं के खिलाफ सटीक और सुनियोजित कार्रवाई कर रहा है।

यह अभियान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की “नशा मुक्त उत्तराखंड” की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है—और इसका श्रेय उस टीम भावना को जाता है जिसे एसएसपी मिश्रा ने जिलास्तर पर विकसित किया है।
शस्त्र पूजन और कर्तव्यनिष्ठा—पुलिस में ‘धर्म’ का बोध?विजयादशमी के अवसर पर पुलिस लाइन रुद्रपुर में शस्त्र पूजन का आयोजन कर एसएसपी मिश्रा ने यह संदेश दिया कि शस्त्र केवल शक्ति का प्रतीक नहीं, बल्कि कर्तव्य और मर्यादा का संस्कार हैं।
मंत्रोच्चारण और दीप प्रज्वलन के बीच जवानों को दिया गया उनका संदेश—“कर्तव्यनिष्ठा, सजगता और समर्पण”—सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि पुलिस बल के आत्मबल को जागृत करने का प्रयास था।

यह दुर्लभ है कि कोई पुलिस अधिकारी परंपरा, संस्कृति और अनुशासन को एक साथ जोड़ दे। परन्तु मिश्रा ने यह कर दिखाया—और यह दर्शाता है कि उनके लिए पुलिस सेवा केवल प्रशासनिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि राष्ट्रसेवा का एक आध्यात्मिक विस्तार है।
सम्मान और जवाबदेही—दोनों का संतुलन?जहाँ 21 पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित किया गया, वहीं कार्य में शिथिलता दिखाने वालों पर कसे गए पेंच इस बात का संकेत हैं कि मिश्रा के नेतृत्व में योग्यता को पुरस्कृत और लापरवाही को दंडित किया जाएगा। यह संतुलन किसी भी संगठन में अनुशासन की असली रीढ़ होता है।

जनता की सुरक्षा में जनता की भागीदारी
?आज जब पुलिस पर जनता का भरोसा देशभर में कई बार सवालों के घेरे में आता है, वहीं ऊधमसिंहनगर में एसएसपी मणिकांत मिश्रा एक नया मॉडल प्रस्तुत कर रहे हैं—कठोरता में करुणा, अनुशासन में आत्मीयता और पुलिसिंग में पारदर्शिता का।

यह वही मॉडल है जोए उत्तराखंड जैसे शांत, परंतु चुनौतीपूर्ण भौगोलिक राज्य को चाहिए—जहाँ विकास और सुरक्षा दोनों साथ चलें।
मिश्रा का यह कार्यशैली न केवल अपराधियों के लिए चेतावनी है, बल्कि पुलिस और जनता दोनों के लिए प्रेरणा भी है।ए
लेखक — अवतार सिंह बिष्ट
विशेष संवाददाता, हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स
(रुद्रपुर, उत्तराखंड)


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