
रुद्रपुर शहर एक बार फिर सामूहिकता, एकता और सामाजिक सम्मान के रंग में रंगने जा रहा है। भाईचारा एकता मंच ट्रस्ट (रजि०) द्वारा आयोजित छठा वार्षिकोत्सव एवं पटेल जयंती सम्मान समारोह 2025 केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ने और आपसी सद्भाव को सशक्त करने का अभियान बन गया है।
29 अक्टूबर को अम्बेडकर पार्क, रुद्रपुर में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में उत्तराखंड से लेकर उत्तर प्रदेश तक के कई प्रतिष्ठित जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, महिलाएं और युवा कार्यकर्ता शामिल होंगे। कार्यक्रम की सबसे विशेष बात यह है कि इसमें समाज की महिला कार्यकर्ताओं को उनके योगदान के लिए अंगवस्त्रों से सम्मानित किया जाएगा — यह कदम न केवल नारी सशक्तिकरण का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक सम्मान के नए मानक भी स्थापित करता है।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी
इस कार्यक्रम के सूत्रधार, भाईचारा एकता मंच ट्रस्ट के केंद्रीय अध्यक्ष के.पी. गंगवार लंबे समय से सामाजिक एकता, आपसी सौहार्द और जातिगत भेदभाव से ऊपर उठकर इंसानियत की बात करते आए हैं। उनका मानना है कि “भाईचारा तभी संभव है जब समाज के हर वर्ग को समान सम्मान और अवसर मिले।” उनके नेतृत्व में ट्रस्ट ने शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास के क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है। सीएसआर, 80जी, 12ए और जीएसटी से पंजीकृत यह ट्रस्ट सामाजिक पारदर्शिता और जनसेवा के आदर्शों पर खरा उतरता है।
के.पी. गंगवार का कहना है कि यह वार्षिकोत्सव सामाजिक संवाद का मंच बनेगा, जहाँ सभी वर्गों के लोग बिना भेदभाव एक साथ बैठकर विकास की बात करेंगे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष पटेल जयंती के अवसर पर किसानों, श्रमिकों, महिला कार्यकर्ताओं और समाज के जमीनी स्तर पर काम कर रहे लोगों को सम्मानित किया जाएगा — ताकि समाज को यह संदेश मिले कि सच्चा सम्मान वही है जो कर्म और समर्पण के लिए दिया जाए, न कि केवल पद या शक्ति के आधार पर।
कार्यक्रम में आने वाले अतिथियों की सूची भी आयोजन की गरिमा को बढ़ा रही है। अखिल भारतीय कुर्मी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सर्वेश कटियार, मिर्जापुर के पूर्व सांसद बालकुमार पटेल, बरेली के समाजसेवी पी.पी. सिंह गंगवार, एडवोकेट मानसिंह पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष अजय मौर्या, तथा नगर पालिकाओं के अध्यक्ष – सुल्तानपुर पट्टी, गदरपुर, गूलरभोज, सितारगंज और शक्ति फार्म के प्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। यह समागम न केवल क्षेत्रीय एकजुटता का प्रतीक बनेगा, बल्कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच सामाजिक-सांस्कृतिक संवाद को भी नई दिशा देगा।
रुद्रपुर के महापौर विकास शर्मा को भी इस कार्यक्रम में विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। केंद्रीय अध्यक्ष के.पी. गंगवार ने स्वयं उन्हें निमंत्रण पत्र सौंपकर कार्यक्रम में आमंत्रित किया। इस दौरान गंगवार ने कहा कि “महापौर विकास शर्मा समाज के हर वर्ग से जुड़कर काम करने वाले जनप्रतिनिधि हैं। उनके सहयोग से शहर में कई सामाजिक और विकासात्मक कार्यों को नई गति मिली है। उनका इस मंच पर आना भाईचारे और एकता का प्रतीक है।”
महापौर विकास शर्मा ने भी इस आमंत्रण को अत्यंत सकारात्मक रूप में स्वीकार किया और कहा कि भाईचारा एकता मंच जैसी संस्थाएं ही सामाजिक समरसता की असली पहचान हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि नगर निगम की ओर से इस आयोजन को हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा ताकि यह कार्यक्रम एक आदर्श उदाहरण बन सके। विकास शर्मा का यह रुख दर्शाता है कि वे राजनीति को समाजसेवा से जोड़ने में विश्वास रखते हैं।
दरअसल, आज के समय में जब समाज में मतभेद और विभाजन की रेखाएं गहरी होती जा रही हैं, ऐसे में भाईचारा एकता मंच जैसे संगठन इंसानियत की बुनियाद को फिर से मजबूत कर रहे हैं। के.पी. गंगवार और उनकी टीम जिस निष्ठा से समाज में समरसता की मशाल जला रहे हैं, वह प्रेरणादायक है। सचिव श्रीमती काजल गंगवार और अन्य पदाधिकारी भी लगातार विभिन्न सामाजिक अभियानों में सक्रिय हैं — चाहे वह शिक्षा के लिए सहयोग अभियान हो, पर्यावरण संरक्षण हो या निर्धन परिवारों की सहायता।
अम्बेडकर पार्क में आयोजित यह कार्यक्रम केवल एक समारोह नहीं होगा, बल्कि सामाजिक चेतना का पर्व होगा — जहां सम्मान, समानता और सद्भाव के मूल्य जीवंत रूप में सामने आएंगे। यहां किसान, मजदूर, महिला कार्यकर्ता, समाजसेवी, जनप्रतिनिधि और आम नागरिक — सभी एक छत के नीचे होंगे, यही “भाईचारा” का वास्तविक स्वरूप है।
समारोह के समापन पर के.पी. गंगवार ने मीडिया से कहा कि “हमारा उद्देश्य किसी एक वर्ग का उत्थान नहीं, बल्कि पूरे समाज की समरस प्रगति है। अगर हर व्यक्ति अपने स्तर पर एक कदम उठाए, तो समाज में नफरत की जगह प्रेम, भेदभाव की जगह समानता और राजनीति की जगह मानवता स्थापित हो सकती है।”
निःसंदेह, यह कार्यक्रम रुद्रपुर की सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत को नई दिशा देगा। भाईचारा एकता मंच ट्रस्ट का यह वार्षिकोत्सव आने वाली पीढ़ियों को यह संदेश देगा कि समाज को जोड़ने के लिए सत्ता नहीं, संवेदना चाहिए — और यही भाव के.पी. गंगवार और महापौर विकास शर्मा के प्रयासों में झलकता है।
यही सच्चा राष्ट्र निर्माण है — जहाँ भाईचारा, समानता और एकता ही समाज की असली पहचान बन जाए।


