संपादकीय:गणेश उत्सव: आस्था से सेवा तक – रक्तदान शिविर ने रचा इतिहास(हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स की ओर से विशेष संपादकीय)

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गणेश उत्सव भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। यह केवल धार्मिक अनुष्ठानों और भक्ति का पर्व नहीं बल्कि समाज में एकता, सहयोग और सेवा की प्रेरणा भी देता है। 2025 का गणेश महोत्सव उत्तराखंड के पंतनगर-रुद्रपुर क्षेत्र के लिए इसलिए विशेष बन गया क्योंकि सिडकुल गणेश उत्सव समिति ने इस अवसर पर समाजसेवा का नया अध्याय जोड़ा। समिति ने रेडिसन ब्लू होटल रुद्रपुर में शहीद उधम सिंह मेमोरियल ब्लड सेंटर (संचालित – माँ भुवनेश्वरी चैरिटेबल सोसायटी) के सहयोग से विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर (उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी)

यह आयोजन केवल धार्मिक श्रद्धा तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसने यह संदेश दिया कि,गणपति बप्पा की सच्ची भक्ति केवल पूजा-पाठ में नहीं, बल्कि समाज की सेवा में है।”आयोजन का वातावरण,सुबह से ही रेडिसन ब्लू रुद्रपुर के सभागार में रक्तदाताओं की लंबी कतारें लग गईं। छात्र-छात्राएं, उद्योगकर्मी, व्यापारी, महिलाएं और समाजसेवी—सबने मिलकर मानवता का यह महायज्ञ आरंभ किया। हर रक्तदाता के चेहरे पर गर्व और संतोष की झलक साफ देखी जा सकती थी। आयोजन शाम 5 बजे तक चलता रहेगा , अनुमान है कि 100 से अधिक लोगों ने रक्तदान किया।

रक्तदान – जीवनदान” का नारा सिर्फ कागज़ पर नहीं, बल्कि व्यवहार में उतरा।समिति की प्रतिबद्धता?सिडकुल गणेश उत्सव समिति पंतनगर ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए महीनों तक तैयारी की। समिति का मानना है कि गणेशोत्सव जैसे धार्मिक अवसर केवल उत्सव का रूप नहीं, बल्कि समाज की ज़िम्मेदारी निभाने का अवसर भी हैं।

रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा ने रेडिसन ब्लू में आयोजित सिडकुल गणेश उत्सव समिति रक्तदान शिविर में प्रतिभाग किया। उन्होंने रक्तदाताओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि “रक्तदान सबसे बड़ा मानव धर्म है।

. संरक्षक और संयोजकों का योगदान?इस आयोजन के सफल संचालन में संरक्षकों और संयोजकों का विशेष योगदान रहा।

संरक्षकगण:टाटा मोटर्स प्लांट हेड श्री महेश सुगुरू
बजाज ऑटो प्लांट हेड श्री अरुण टोंक
टाइटन प्लांट हेड श्री संजय सिंघल
टाटा मोटर्स श्री प्रदीप सांगवान
CEWS प्रेसिडेंट श्री श्रीखर सिंह
अन्य प्रमुख संयोजक व सहयोगी:
श्री अजय तिवारी, श्री कुशल अग्रवाल, विष्णु दत्त, तेजराम बघेल, पीबीएस रावत, ललित जोशी, सीए हरनाम चौधरी, विकार नकवी, दीपेश चौहान, विश्वजीत चक्रवर्ती, रवि अग्रवाल, राकेश पांडे, राजेश मिश्रा, राजेश मंडल, दिलीप, दून फायर  विजय ढ़ोडीयाल, संदीप सैनी,VIBRANT ENGINEERING WORKS दीपक सोनी,हरविन्द्रसिंह चुघ, शरद अग्रवाल, मनोज सक्सेना, पंकज, सुनील पिपले, नफीस अहमद, अनूप सिंह, संतोष रगोड़े, हरीश गौरव, अमित गर्ग, माहेश्वरी जी, अनित सिंह, ओमप्रकाश वर्मा, मयंक श्रीवास्तव, दिनेश जोशी, मनीष भट्ट, प्रीति, रूबी, राजेश सैनी, नितिन गुप्ता, हिमांशु, आनंद दास, बालेंदु, यासमीन, कविता, मनीषाभट्ट और अन्य सभी सहयोगी।
इसके अतिरिक्त सिडकुल बजाज ऑटो, टाटा मोटर्स वंडर पार्क और अन्य सिडकुल स्थित औद्योगिक इकाइयों का सहयोग इस आयोजन की रीढ़ रहा।
इन सभी ने न केवल आयोजन को सफल बनाया बल्कि यह भी सिद्ध किया कि उद्योग और समाज सेवा साथ-साथ चल सकते हैं।

. रक्तदान का महत्व?रक्तदान वह पुण्य कार्य है जिसमें जाति, धर्म, वर्ग और भाषा की कोई दीवार नहीं होती। एक रक्तदाता की एक थैली खून किसी अजनबी की धड़कनों को जीवित रख सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि एक रक्तदाता औसतन तीन जीवन बचा सकता है।

DOON FIRE EQUIPMENTS,        Vijay Dhaundiyal

इस आयोजन ने यह साबित किया कि गणेश उत्सव को समाजसेवा से जोड़ना केवल परंपरा का विस्तार नहीं बल्कि जीवन को सार्थक बनाने का उपाय है।महिलाओं और युवाओं की सक्रिय भागीदारी
?इस शिविर में प्रीति, रूबी, कविता, मनीषा जैसी महिलाओं की सक्रिय भागीदारी ने यह संदेश दिया कि सेवा कार्य केवल पुरुषों तक सीमित नहीं है। युवाओं का उत्साह भी काबिल-ए-तारीफ रहा। उन्होंने रक्तदान के साथ-साथ आयोजन स्थल पर व्यवस्था संभालने की ज़िम्मेदारी भी निभाई।

महिलाओं और युवाओं की सक्रिय भागीदारी
?इस शिविर में प्रीति, रूबी, कविता, मनीषा जैसी महिलाओं की सक्रिय भागीदारी ने यह संदेश दिया कि सेवा कार्य केवल पुरुषों तक सीमित नहीं है। युवाओं का उत्साह भी काबिल-ए-तारीफ रहा। उन्होंने रक्तदान के साथ-साथ आयोजन स्थल पर व्यवस्था संभालने की ज़िम्मेदारी भी निभाई।

सामाजिक संदेश?गणेशोत्सव समिति पंतनगर ने यह दिखा दिया कि धार्मिक पर्व तभी सार्थक है जब वह समाज की भलाई से जुड़ता है। रक्तदान शिविर ने न केवल मरीजों के लिए जीवनदायी उम्मीद जगाई बल्कि पूरे क्षेत्र में यह संदेश फैलाया कि आस्था और सेवा का संगम ही सच्ची भक्ति है।


गणपति बप्पा हमेशा से विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता माने जाते हैं। इस बार पंतनगर-रुद्रपुर का गणेश उत्सव केवल भक्ति का पर्व नहीं बल्कि सेवा का महायज्ञ बन गया।समिति के सभी संरक्षकों, संयोजकों और रक्तदाताओं को यह गर्व होना चाहिए कि उन्होंने समाज के लिए एक ऐसी मिसाल पेश की है जो आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरित करेगी।
भक्ति जब सेवा से जुड़ती है, तभी उसका स्वरूप पूर्ण होता है। रक्तदान ही इस गणेश उत्सव की सबसे बड़ी आराधना है।”

हरविन्द्र सिंह चुघ : रक्तदान और समाजसेवा की मिसाल

उत्तराखंड की धरती पर जब भी समाजसेवा और रक्तदान का नाम लिया जाएगा तो हरविन्द्र सिंह चुघ का नाम अग्रणी रूप से लिया जाएगा। वे न केवल राज्य के सबसे बड़े ब्लड डोनर हैं, बल्कि एक ऐसे प्रेरणास्रोत भी हैं जिनकी निस्वार्थ सेवा की बराबरी करना आसान नहीं। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब और दिल्ली में अब तक वे 100 से अधिक बार रक्तदान कर चुके हैं। उनका यह योगदान हजारों लोगों की जिंदगी बचा चुका है।

विनम्र स्वभाव और सहज व्यक्तित्व के धनी हरविन्द्र सिंह चुघ की उपस्थिति मात्र से ही किसी भी कार्यक्रम की गरिमा बढ़ जाती है। रक्तदान को उन्होंने केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि जीवन का ध्येय बना लिया है। आज वे नई पीढ़ी के लिए एक आदर्श हैं और यह संदेश देते हैं कि इंसानियत की सबसे बड़ी पूजा है – निस्वार्थ सेवा।

हरविन्द्र सिंह चुघ : रक्तदान और समाजसेवा की मिसाल
उत्तराखंड की धरती पर जब भी समाजसेवा और रक्तदान का नाम लिया जाएगा तो हरविन्द्र सिंह चुघ का नाम अग्रणी रूप से लिया जाएगा। वे न केवल राज्य के सबसे बड़े ब्लड डोनर हैं, बल्कि एक ऐसे प्रेरणास्रोत भी हैं जिनकी निस्वार्थ सेवा की बराबरी करना आसान नहीं। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब और दिल्ली में अब तक वे 100 से अधिक बार रक्तदान कर चुके हैं। उनका यह योगदान हजारों लोगों की जिंदगी बचा चुका है।
विनम्र स्वभाव और सहज व्यक्तित्व के धनी हरविन्द्र सिंह चुघ की उपस्थिति मात्र से ही किसी भी कार्यक्रम की गरिमा बढ़ जाती है। रक्तदान को उन्होंने केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि जीवन का ध्येय बना लिया है। आज वे नई पीढ़ी के लिए एक आदर्श हैं और यह संदेश देते हैं कि इंसानियत की सबसे बड़ी पूजा है – निस्वार्थ सेवा।

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