नेत्रदान महादानः श्रीमती सत्या रानी ने मृत्यु उपरांत दी दो नेत्रहीनों को रोशनी”

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  1. “रुद्रपुर में मानवता की मिसाल, 80 वर्षीय सत्या रानी का नेत्रदान”
  2. “अंतिम इच्छा का सम्मानः सत्या रानी के नेत्रदान से जगमगाएंगे दो जीवन”
  3. “नेत्रदान से अमर हुईं सत्या रानी, समाजसेवियों ने जताई श्रद्धांजलि”

नेत्रदान महादान,रूद्रपुर। वसुंधरा इन्क्लेव फेज-2 निवासी समाजसेवी अशोक दुआ, राजेश दुआ, राकेश दुआ की माता जी श्रीमती सत्या रानी उम्र 80 साल के निधन से क्षेत्र में शोक की लहर छा गई है। उनके असमय निधन के पश्चात परिवारजनों ने उनकी अंतिम इच्छा का सम्मान करते हुए नेत्रदान का पुण्य कार्य संपन्न कराया, जो मानवता के प्रति उनकी गहरी संवेदनशीलता का परिचायक है। नेत्रदान के इस महत्वपूर्ण और कार्य को सफल बनाने में भारत विकास परिषद के नेत्रदान सेवा प्रकल्प के सहसंयोजक संजय ठुकराल ने परिवार से सम्पर्क कर मुरादाबाद स्थित सीएलगुप्ता आई इंस्टीटड्ढूट के साथ समन्वय किया। नेत्रदान टीम द्वारा ऑपरेशन कर इस पुण्य कार्य को सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया। इस महान उपकार से दो दृष्टिहीन व्यक्तियों को रोशनी मिलेगी और श्रीमती सत्या देवी का यह अमूल्य दान जीवन को उजियारा प्रदान करेगा। इस मानवता के प्रेरणादायक कार्य के अवसर पर किच्छा के क्षेत्रीय विधायक तिलक राज बेहड़, पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल सहित संजय कुमार, मुकेश नारंग, अमित नारंग, अजय नारायण, अशोक कालरा, बॉबी टुटेजा, सुभाष गगनेजा, खैराती लाल गगनेजा, उज्जवल, सोनू, महेंद्र पोपली, सुदर्शन बजाज, सुशील बजाज समेत सैकड़ों लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया और परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट कीं। साथ ही नेत्रदान के इस पुण्य कार्य की भी जमकर प्रशंसा की।

रुद्रपुर।ग्राम मकरंदपुर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पावन अवसर पर पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने पहुंचकर कथा श्रवण किया और आयोजन को सामाजिक व आध्यात्मिक चेतना का उत्तम माध्यम बताया। उन्होंने व्यास गद्दी पर विराजमान कथावाचक सनथ कृष्ण दास जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया और आयोजन समिति की ओर से उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कथा में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का भावपूर्ण वर्णन किया गया, जिसे सुनकर उपस्थित श्रद्धालु भावविभोर हो गए। कथावाचक श्री सनथ कृष्ण दास जी ने श्रीकृष्ण के जीवन, उनके बाल्यकाल की लीलाओं और गीता उपदेश के माध्यम से भक्तों को धर्म, भक्ति और कर्म की महत्ता समझाई। इस अवसर पर पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने कहा श्रीमद् भागवत कथा मात्र एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि यह हमारी सनातन संस्कृति, सामाजिक समरसता और आत्मिक शुद्धि का जीवंत उदाहरण है। आज जब समाज में भागदौड़ और तनाव का माहौल है, ऐसे आयोजनों के माध्यम से शांति, श्रद्धा और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। श्रीकृष्ण का जीवन हमें यह सिऽाता है कि धर्म और सत्य के मार्ग पर चलना ही सच्ची भक्ति है। गीता का संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना महाभारत काल में था। उन्होंने आयोजकों की सराहना करते हुए कहा कि गांव में इस तरह के आयोजन सांस्कृतिक चेतना को जागृत करते हैं और नई पीढ़ी को अपनी परंपराओं से जोड़ने का कार्य करते हैं। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे भागवत कथा जैसे धार्मिक आयोजनों में सम्मिलित होकर अपने जीवन को सकारात्मक दिशा दें। कार्यक्रम में हरेन्द्र नाथ हाल्दार, दिलीप सरकार, डॉ- प्रदीप राय, संजय मंडल, संजय हाल्दार, शुभाकर ठेकेदार, शुभांकर राय, पिंटू, ज्योतिष, सपन घोष, विपिन, अभिमन्यु, गोविंद, फनी सरकार, नीलकमल, विजय वाजपेयी, ललित सिंह बिष्ट, आनंद शर्मा, रमेन विश्वास समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।


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