
धोखाधड़ी का पूरा मामला


समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, आईडीबीआई बैंक की शिकायत के आधार पर दर्ज एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि सुपरटेक लिमिटेड और उसके निदेशकों ने जानबूझकर झूठे दस्तावेज पेश कर बैंक से कर्ज सुविधा हासिल की. इसके बाद कर्ज की राशि का दुरुपयोग किया गया और निर्धारित समयसीमा में चुकौती न होने पर खाता डिफॉल्टर घोषित कर दिया गया.
संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
किन-किन पर दर्ज हुआ मामला
रिपोर्ट में कहा गया है कि सीबीआई की प्राथमिकी में सुपरटेक के प्रवर्तक आरके अरोड़ा के अलावा कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक संगीता अरोड़ा, मोहित अरोड़ा, पारुल अरोड़ा, विकास कंसल, प्रदीप कुमार, अनिल कुमार शर्मा और अनिल कुमार जैन को भी नामजद किया गया है. सभी पर बैंक को धोखा देने और ऋण का गलत इस्तेमाल करने का आरोप है.
सीबीआई की छापेमारी
सीबीआई ने शनिवार को नोएडा और गाजियाबाद में पांच स्थानों पर समन्वित छापेमारी की. ये छापे आरोपियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों पर मारे गए. इस दौरान एजेंसी को 28.5 लाख रुपये नकद बरामद हुए हैं. सूत्रों के अनुसार, छापेमारी के दौरान कई अहम दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए गए हैं.
बैंक को हुआ भारी नुकसान
