1 जून 2025 को चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी संयुक्त समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक गंगोत्री सभागार, कलेक्ट्रेट उत्तरकाशी में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता समिति के केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. विजेन्द्र सिंह पोखरियाल एवं संचालन समिति के जिला अध्यक्ष प्रताप सिंह चौहान ने किया। बैठक में बड़ी संख्या में चिन्हित राज्य आंदोलनकारियों ने भाग लिया और राज्य आंदोलन से जुड़ी समस्याओं एवं मांगों पर गंभीर विचार-विमर्श किया गया।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
बैठक के प्रमुख बिंदु:
- राज्य आंदोलनकारियों को भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की तर्ज पर “राज्य सैनानी” का दर्जा दिया जाए ताकि आने वाली पीढ़ी को राज्य की संघर्षमयी इतिहास की जानकारी मिल सके।
- जिन आंदोलनकारियों का स्वर्गवास हो गया है, उनके नाम पर उनके गांवों में स्कूल, भवन या अन्य सरकारी संपत्तियों का नामकरण किया जाए।
- राज्य स्थापना दिवस पर होने वाले सरकारी समारोहों में वास्तविक आंदोलनकारियों को ही सम्मान मिले, न कि राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को।
- राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन राशि ₹25,000 प्रतिमाह की जाए और सभी के लिए समान हो।
- 1950 मूल निवास प्रमाणपत्र को सरकारी नौकरियों में अनिवार्य किया जाए ताकि राज्य के मूल स्वरूप की रक्षा हो सके।
- परिसीमन राज्य के भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर किया जाए।
- हिमाचल की तर्ज पर उत्तराखंड में सशक्त भू-कानून लागू किया जाए जिससे जल, जंगल, जमीन और पलायन जैसे मुद्दों का समाधान हो सके।
- पंचायत चुनावों में राज्य आंदोलनकारियों के लिए 30% सीट आरक्षित की जाए।
- उत्तराखंड परिवहन निगम की नई बस सेवाओं की मांग की गई:
- उत्तरकाशी से धौंत्री, लम्बागांव, चंबा, ऋषिकेश, देहरादून, हरिद्वार तक सीधी सेवा।
- उत्तरकाशी से बड़कोट, पुरोला, मोरी मार्ग पर नियमित बस सेवा।
- उत्तरकाशी से लम्बागांव, बूढ़ा केदार होते हुए केदारनाथ के लिए बस सेवा।
आगामी कार्यक्रम:
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 12 जून 2025 को एक विशाल धरना एवं प्रदर्शन जिला मुख्यालय उत्तरकाशी में आयोजित किया जाएगा, जिसमें राज्य आंदोलनकारी अपनी उपरोक्त मांगों को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंपेंगे। इसके बाद आंदोलन की अगली रणनीति तय की जाएगी।
संगठनात्मक नियुक्तियाँ:
राज्य आंदोलनकारियों को संगठित करने हेतु प्रत्येक ब्लॉक में प्रभारी नियुक्त किए गए:
- भटवाड़ी: विजयपाल सिंह राणा (सहयोगी: तेग सिंह राणा, चतर सिंह राणा)
- डुण्डा: जगदीश प्रसाद भट्ट (सहयोगी: रामचन्द्र नौटियाल, खुशहाल सिंह बिष्ट, राजेश प्रसाद नौटियाल)
- चिन्यालीसौड़: विजेन्द्र प्रसाद जागुड़ी
- नगर क्षेत्र उत्तरकाशी: प्रताप सिंह चौहान, मोहनानंद बिजल्वाण
उपस्थिति:
बैठक में निम्नलिखित सम्मानित आंदोलनकारी उपस्थित रहे:
डॉ. विजेन्द्र पोखरियाल, प्रताप सिंह चौहान, विजयपाल सिंह राणा, राजेन्द्र प्रसाद पैन्यूली, तेग सिंह राणा, जगदीश प्रसाद भट्ट, खुशहाल सिंह बिष्ट, विजेन्द्र प्रसाद जागुड़ी, मोहनानंद बिजल्वाण, राजेश नौटियाल, चतर सिंह राणा, गैणा सिंह राणा, लखीराम नौटियाल, दिनेश नौटियाल, रामचन्द्र नौटियाल, अरविन्द अवस्थी, जेठू लाल भारती, आदि।
सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया कि आंदोलन की भावना को जीवित रखते हुए आने वाली पीढ़ियों को जागरूक किया जाए और सभी ब्लॉक प्रभारी अपने क्षेत्रों में अधिक से अधिक राज्य आंदोलनकारियों से संपर्क स्थापित कर उन्हें सक्रिय करें।

