
चारों ट्रक चालकों को पिछले सप्ताह क्वेटा-ताफ्तान राजमार्ग से अगवा किया गया था। बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने बताया कि मंगलवार रात को क्वेटा से लगभग 100 किलोमीटर दूर नोश्की के गलांगूर इलाके में उनके गोलियों से छलनी शव मिले। उन्होंने बताया कि ईरान से आयातित रसोई गैस की ढुलाई के समय वाहन चालकों का अपहरण किया गया था ।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
उन्होंने कहा कि क्वेटा-ताफ्तान राजमार्ग पर अहमदवाल इलाके में नकाबपोश हथियारबंद लोगों ने उनके ट्रकों को रोका और उन्हें अपने साथ ले गए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने उन्हें शवों के बारे में सूचना दी, जिनकी पहचान पंजाब प्रांत के रहीमयार खान और पाकपट्टन से अपहृत ट्रक चालकों के रूप में हुई। अभी तक हालांकि किसी ने भी हत्याओं की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन यह पहली बार नहीं है कि अलगाववादी समूहों ने दूसरे प्रांतों के श्रमिकों को निशाना बनाया है।
फरवरी में, हथियारबंद लोगों ने बरखान राजमार्ग पर एक यात्री बस रोकी और यत्रियों के राष्ट्रीय पहचान पत्रों की जांच करने के बाद पंजाब के आठ यात्रियों को गोली मार दी। मार्च में, प्रांत के कलात जिले में चार मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पिछले साल अक्टूबर में, बलूचिस्तान के डुकी इलाके में एक कोयला खदान में लगभग 40 हमलावरों ने 20 श्रमिकों को घेरकर गोली मार दी थी। पीड़ितों में से चार अफगानिस्तान के थे, जबकि बाकी प्रांत के पश्तून बहुल इलाकों के मजदूर थे।

