
हर चुनौती के लिए रहें तैयार
राज्यपाल ने ग्राउंड जीरो पर कार्यरत सभी फोर्स, अफसरों व कर्मचारियों की सराहना की. कहा, ये सामूहिक उत्तरदायित्व और टीम भावना का उत्कृष्ट उदाहरण है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस संकट में आगे आकर इस स्थिति का कुशल नेतृत्व किया, जो आपदा के समय एक आदर्श नेतृत्व की मिसाल है. राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने धराली आपदा में सभी विभागों के बीच समन्वय स्थापित करते हुए राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से बचाव कार्यों की निगरानी जिस प्रकार की है. वह सराहनीय है. कहा, उत्तराखंड भौगोलिक दृष्टि से आपदाओं के प्रति संवेदनशील राज्य है. इसलिए ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहना, सीखना व रणनीतियों को अपडेट रखना जरूरी है.


✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर (उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी)
5 दिनों में 1300 को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया
निर्देश दिए कि इस आपदा में किए गए राहत व बचाव कार्यों का डॉक्यूमेंटेशन और विश्लेषण किया जाए. जिससे भविष्य के लिए एक स्पष्ट रोडमैप तैयार हो सके. आपदा प्रबंधन की क्षमता को और प्रभावी बनाया जा सके. उन्होंने यूएसडीएमए की ओर से बनाई गई एसओपी को समय पर मैदानी अनुभव व परिस्थितियों के अनुसार अद्यतन किए जाने की जरूरत बताई. कहा, मानसून अभी जारी है और आगे कई प्रकार की चुनौतियां आ सकती हैं. इसलिए सभी संबंधित एजेंसियों को 24 घंटे अलर्ट मोड में रहना होगा. राज्यपाल ने इस पूरे राहत अभियान में मीडिया की भूमिका की भी प्रशंसा की. इस दौरान राज्यपाल ने आईआईटी रुड़की के साइंटिस्ट व अन्य विशेषज्ञ टीमों से वर्चुअल माध्यम से संवाद किया. उन्होंने हर्षिल में बनी झील से जल निकासी, धराली-मुखबा पुल की स्थिति व उसकी सुरक्षा सहित अन्य महत्वपूर्ण अभियानों की प्रगति की जानकारी ली. टीम ने बताया कि सर्वे का कार्य जारी है और रिपोर्ट शीघ्र शासन को सौंपी जाएगी. बताया, प्रतिकूल मौसम व कठिन भू-परिस्थितियों के बावजूद मात्र 5 दिनों में 1300 से ज्यादा यात्रियों व स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया.

