
समाचार एजेंसी एएफपी को हमास के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि उन्हें डोनाल्ड ट्रंप की योजना के कुछ हिस्सों से असहमति है और इस तरह लंबे समय से प्रतीक्षित इस समझौते का भविष्य एक बार फिर से अधर में लटक गया है.

हमास ने प्रस्ताव को बताया बेतुका
टाइम्स ऑफ़ इज़राइल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हमास नेताओं ने इस योजना के तहत अपने सदस्यों के गाजा पट्टी छोड़ने के सुझावों को बेतुका बताते हुए खारिज कर दिया है. बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी दी थी कि हमास को डील पर साइन करना ही होगा, नहीं तो अंजाम भुगतना पड़ेगा.
हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य होसम बदरान ने पत्रकारों से कहा कि फ़िलिस्तीनियों को, चाहे वे हमास के सदस्य हों या नहीं, उनकी ज़मीन से निकालने की बात बेतुकी और बकवास है. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि योजना के दूसरे चरण पर बातचीत मुश्किल होगी, क्योंकि इसमें कई जटिलताएं और कठिनाइयां हैं.
मिडिल ईस्ट की यात्रा पर जाएंगे ट्रंप
हमास की ओर से यह टिप्पणी ट्रंप की अगले दो दिनों में निर्धारित मिडिल ईस्ट यात्रा से पहले आई है. इस दौरान इजरायली बंधकों की रिहाई का जश्न मनाने की उम्मीद है, जो हमास के 7 अक्टूबर के हमले के दो साल बाद भी गाजा में बंधक हैं.
इजराइल फिर से शुरू करेगा हमले
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, जिन्होंने युद्धविराम को एकतरफ़ा तौर पर समाप्त कर दिया था, उन्होंने कहा है कि अगर हमास निरस्त्रीकरण करने में विफल रहता है तो इज़राइल अपने हमले फिर से शुरू कर सकता है. ट्रंप के समझौते का एक हिस्सा शुक्रवार को लागू हुआ, जब इज़राइल युद्धविराम पर सहमत हुआ और गाज़ा के कुछ हिस्सों से सेना वापस बुला ली. इसके बाद विस्थापित परिवार अपने घरों की ओर लौटने लगे.


