
बता दें कि हमास Gaza में अक्टूबर 2023 से इजराइल से जंग लड़ रहा है।


शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)संवाददाता
पिछले डेढ साल से इजराइल के साथ युद्ध लड़ते-लड़ते हमास की कमर टूट चुकी है। यहां तक कि उसकी माली हालत इतनी खराब है कि अब Gaza में लड़ाकों को सैलरी देने तक के पैसे नहीं हैं।
वॉलस्ट्रीट जर्नल ने अरब के खुफिया अधिकारियों के हवाले से एक रिपोर्ट में इस बात का दावा किया है। बता दें कि Gaza में हमास अक्टूबर 2023 से ही इजराइल से जंग लड़ रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, Gaza में युद्ध से हुई भारी तबाही के अलावा नेतन्याहू द्वारा मानवीय सहायता रोके जाने के बाद हमास की फाइनेंशियल कंडीशन सबसे ज्यादा खराब हुई।
रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर से मिलने वाली सहायता का इस्तेमाल हमास अपनी कमाई के लिए करता था। हमास बिजनेसमैन पर टैक्स लगाता था और विदेशी मुद्रा के उपयोग से अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत करता था।
रिपोर्ट की मानें तो जनवरी 2025 में हुए सीजफायर के बाद हमास को काफी मदद मिली थी, जिससे उसकी फाइनेंशियल कंडीशन सुधरी थी। हालांकि, मार्च में इजराइल ने गाजा में मदद बंद करा दी, जिससे उसके सामने संकट खड़ा हो गया।
जंग से पहले हमास को कई इस्लामिक देशों से मदद मिल रही थी। इनमें कतर से हर महीने 1.5 करोड़ डॉलर, तुर्की से 50 करोड़ डॉलर और ईरान से भी मोटी रकम मिल रही थी।
अब हमास के पास गाजा में लड़ाकों की सैलरी देने तक के पैसे भी नहीं बचे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि मानवीय सहायता बंद रखने और IDF के लगातार हमलों से हमास पूरी तरह खत्म हो जाएगा।
हमास के गाजा प्रमुख खलील अल-हय्या ने एक व्यापक समझौते का प्रस्ताव रखा है। खलील अल-हय्या का कहना है कि हमास इस्राइली जेलों में बंद फलस्तीनी लोगों की एक निश्चित संख्या के बदले में इस्राइली बंधकों को रिहा करने को तैयार है। खलील ने कहा कि वह यह समझौता करने के लिए तत्काल राजी हैं।
इस्राइल के साथ अप्रत्यक्ष वार्ता के लिए हमास वार्ता दल का नेतृत्व करने वाले खलील अल-हय्या ने टेलीविजन पर दिए भाषण में कहा कि समूह ने अंतरिम युद्धविराम समझौते से इनकार कर दिया है।
हमास के गाजा प्रमुख खलील अल-हय्या ने टेलीविजन पर दिए गए एक बयान में कहा कि हमास गाजा में किसी भी आशिंक युद्ध विराम प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि इस्रराइली पीएम नेतन्याहू आंशिक समझौतों का प्रयोग अपने राजनीतिक एजेंडे को छिपाने के लिए करते हैं। हम इस नीति में भागीदार नहीं होंगे। इसके साथ ही उन्होंने इस्राइल के 10 जीवित बंधकों की रिहाई के बदले में कम से कम 45 दिनों का युद्ध विराम का प्रस्ताव भी खारिज कर दिया। हमास के प्रमुख वार्ताकार खलील अल-हय्या ने कहा कि हमास गाजा क्षेत्र में पूर्णतया शांति और इस्राइल की जेल में बंद फलस्तीनियों के बदले सभी बंधकों को रिहा करने का एक व्यापक प्रस्ताव चाहता है।
खलील अल हय्या ने कहा कि हमास ऐसे व्यापक प्रस्ताव पर तुरंत वार्ता के लिए भी तैयार है।
इस्राइल के प्रस्ताव में क्या?
खलील अल हय्या ने हाल ही में जानकारी दी थी कि उन्हें एक नया इस्राइली प्रस्ताव मिला था। इस प्रस्ताव में गाजा में बंधक बनाए गए 10 जीवित बंधकों की रिहाई के बदले में कम से कम 45 दिनों का युद्ध विराम शामिल है। साथ ही इसमें इस्राइली जेलों से 1,231 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई और क्षेत्र में मानवीय सहायता के लिए रास्ता देने का भी प्रावधान है।
हमास के अधिकारी ने कहा कि प्रस्ताव में इस शर्त पर युद्ध को स्थायी रूप से समाप्त करने की बात कही गई है कि हमास सहित गाजा में फिलिस्तीनी गुट निरस्त्रीकरण करेंगे। बता दें कि हमास ने निरस्त्रीकरण की मांग को हमेशा खारिज किया है।
गाजा में अभी कैसे हैं हालात?
गाजा पट्टी में इस्राइल के हवाई हमले लगातार जारी हैं। गाजा पट्टी में गुरुवार रात को हुए हमलों में एक परिवार के 10 लोग समेत 23 की मौत हो गई। वहीं गाजा में पिछले छह सप्ताह से खाद्य आपूर्ति बंद होने पर संयुक्त राष्ट्र ने चिंता जताई है। इसके चलते गाजा पट्टी में लोगों को खाना नहीं मिल पा रहा है। कई जगह तो पानी तक का संकट है।
दिन में एक बार कर पा रहे भोजन
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि गाजा पट्टी अब 18 महीनों में सबसे खराब मानवीय संकट का सामना कर रही है। नॉर्वेजियन रिफ्यूजी काउंसिल की प्रवक्ता शाइना लो ने कहा कि गाजा में ज्यादातर लोग अब दिन में सिर्फ एक बार भोजन कर पा रहे हैं। यह जरूरत से बहुत कम है। इसके अलावा गाजा में पानी की कमी बढ़ती जा रही है। फलस्तीनी लोग ट्रकों से जेरी कैन भरने के लिए लंबी लाइनों में खड़े हैं। स्थानीय जल उपयोगिता के एक अधिकारी उमर शतत ने कहा कि लोगों को प्रतिदिन छह या सात लीटर पानी ही मिल रहा है, जो बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए आवश्यक मात्रा से काफी कम है।
इस्राइल ने कहा- बंधकों की रिहाई तक जारी रहेंगे हमले
वहीं, इस्राइली रक्षा मंत्री काट्ज ने साफ कहा है कि उनके देश की नीति साफ है कि वे हमास पर दबाव बनाने के लिए ये हमले कर रहे हैं और जब तक हमास बाकी बचे बंधकों को रिहा नहीं करता है, तब तक हमास पर हमले जारी रहेंगे। मानवीय सहायता को रोकना हमास के खिलाफ इस्तेमाल की जाने वाली दबाव रणनीति में से एक है। हमास ने वर्तमान में 59 बंधकों को पकड़ रखा है, जिनमें से 24 के जीवित होने का अनुमान है। उसका कहना है कि वह उन्हें केवल अधिक फलस्तीनी कैदियों की रिहाई, गाजा से पूरी तरह इस्राइल की वापसी और एक स्थायी युद्धविराम के बदले में वापस करेगा।
स्राइल और हमास के बीच जारी जंग थमती नहीं दिख रही है। गाजा पट्टी के लोगों को नेतन्याहू के कहर का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, हमास ने गाजा क्षेत्र में युद्ध की समाप्ति का संकेत दिया है।
