
इसका खतरा गर्मी, बारिश के मौसम में अधिक होता है।

बेस अस्पताल, हल्द्वानी के चर्म रोग विशेषज्ञ डा. मनीष मेरिया ने बताया कि इस संक्रमण में बच्चे के हाथ, पैर और मुंह के अंदर छोटे-छोटे लाल दाने या फफोले हो जाते है। कुछ लोग इसे चिकेनपाक्स से जोड़ते है, जो बिल्कुल अलग बीमारी है। चिकेनपाक्स में पूरे शरीर में दाने होते है।
एचएफएमडी में केवल हथेली, तलवे और मुंह के अंदर छाले या दाने आते है। वहीं यह संक्रमण हफ्ते भर में अपने आप ठीक हो जाता है। जबकि चिकेनपाक्स के दाने होने के बाद उसका निशान भी जल्दी नहीं जाता है। एचएफएमडी के शुरुआती लक्षण बुखार आना, गले में दर्द, चिड़चिड़ापन और थकान महसूस होना रहता है।
- संक्रमण होने पर बच्चे को कुछ दिन स्कूल न भेजकर अन्य बच्चों से दूर रखे
- तरल, नरम आहार के साथ साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें
- कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें


