
उन्होंने परीक्षा केन्द्र आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज, बहादरपुर जट में ड्यूटी पर तैनात रहे दो पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके अलावा असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को भी निलंबित कर दिया गया है।


निलंबित पुलिसकर्मियों में सब इंस्पेक्टर रोहित कुमार और कांस्टेबल ब्रह्मदत्त जोशी शामिल हैं। दोनों पर परीक्षा ड्यूटी के दौरान संवेदनशीलता और सतर्कता न बरतने का आरोप है। एसएसपी ने इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश पारित किया है। मामले की जांच सीओ रुड़की नरेन्द्र पंत को सौंपी गई है। एसएसपी ने निर्देश दिए हैं कि एक सप्ताह के भीतर जांच पूरी कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
एसएसपी डोबाल ने साफ कहा कि पेपर लीक जैसे संवेदनशील मामलों में किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। परीक्षा केन्द्रों की सुरक्षा और निगरानी में तैनात पुलिसकर्मी अगर अपने कर्तव्य के प्रति ईमानदार नहीं रहेंगे तो सीधे तौर पर उन पर कड़ी कार्रवाई होगी।
पेपरलीकप्रकरण में अब प्रश्नपत्र हल करने वाली प्रोफेसर सुमन को किया गया निलंबित! आदेश में लिखा गया कि पहले से खालिद के संपर्क में थी सुमन!! खालिद ने प्रश्नपत्र हल करने के लिए सुमन को किया था प्रेरित!!
खबर सार–: Uksssc पेपरलीक मामले में एक और बड़ी कार्यवाही हुई है जिसमें प्रश्न पत्र हल करके भेजने वाली प्रोफेसर सुमन को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को गलत नियत से पेपर लीक में भूमिका निभाने को लेकर प्राथमिक दृष्ट्या आरोपी पाया गया है।
दरअसल, 21 सितंबर रविवार को Uksssc स्नातक स्तरीय परीक्षा हुई थी. इस एग्जाम में हरिद्वार के एक परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र के तीन पेज लीक हुए थे. इस मामले में जहां पहले ही परीक्षा केंद्र में निगरानी के रूप में लापरवाही बरतने पर सेक्टर मजिस्ट्रेट को निलंबित किया जा चुका है तो वहीं अब मामले में असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को भी निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं.
असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन राजकीय महाविद्यालय अगरौड़ा टिहरी गढ़वाल में इतिहास की प्रोफेसर है. परीक्षा केंद्र से खालिद नाम के युवक ने प्रश्न पत्र की फोटो परीक्षा केंद्र से बाहर भेजी थी और इसके बाद यह फोटो असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को भेजी गई थी।
यह पाया गया कि सुमन ने प्रश्न पत्र हल किया था और इसका स्क्रीनशॉट प्रशासन को भेजने के बजाय बॉबी पंवार को भेजा था, ताकि यह प्रश्न पत्र वायरल हो जाए. इस मामले में असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन के खिलाफ रायपुर में एफआईआर दर्ज भी की जा चुकी है.
असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन के निलंबन के दौरान उन्हें उच्च शिक्षा निदेशालय हल्द्वानी में संबद्ध किए जाने के आदेश हुए हैं. आदेश में लिखा गया कि शिक्षक के रूप में असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन का यह तृतीय अमर्यादित और अस्वीकार्य है, जिसके कारण राज्य सरकार की भी छवि धूमिल हुई है. इस मामले में उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई समाप्त होने तक उन्हें निलंबित रखने के भी निर्देश हुए हैं।
पेपरलीक मामले में अब तक असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को लेकर बेरोजगार संघ उन्हें मामला प्रकाश में लाने वाले के रूप में बताता आ रहा है वहीं आदेश में यह स्पष्ट किया गया है कि असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन प्रश्न पत्र बाहर भेजने वाले के संपर्क में पहले से थी और प्रश्न पत्र भेजने वाले खालिद द्वारा सुमन को प्रश्न पत्र हल करने के लिए प्रेरित किया गया था.

