
उसने किशोर की हत्या के बाद करीब एक घंटे तक घर में छिपकर ही अपनी मालकिन का इंतजार किया। मुकेश को पं. दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित की पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं हुई थी।


पुलिस उपायुक्त हेमंत तिवारी बताया कि कुलदीप सेवानी का परिवार लाजपत नगर पार्ट एक के एफ 40 में रहता है। कुलदीप के पास पांच मंजिला बिल्डिंग के बेसमेंट, ग्राउंड, फर्स्ट और सेकेंड फ्लोर है।
उनके परिवार में 42 वर्षीय रुचिका सेवानी, 14 साल का बेटा कृष सेवानी व एक बेटी है। उनकी बेटी जम्मू में पढ़ाई कर रही है, जबकि कृष 10वीं कक्षा में पढ़ता था। कुलदीप की लाजपत नगर सेंट्रल मार्केट में कपड़े की दुकान है।
कुलदीप व उनकी पत्नी दुकान संभालते हैं। कुलदीप बुधवार को दुकान पर थे। उन्होंने शाम करीब पांच बजे रुचिका के मोबाइल पर कॉल की, लेकिन किसी ने नहीं उठाई। फिर बेटे के मोबाइल पर कॉल की। यहां से भी कोई जवाब नहीं मिला।
रात करीब साढ़े नौ बजे तक कई बार कॉल करने पर भी किसी ने फोन नहीं उठाया। फिर वह अपने सेल्समैन प्रेम सागर के साथ स्कूटी पर घर पहुंचे। यहां पर दरवाजा अंदर से बंद था और दरवाजे व सीढ़ियों पर कई जगहों पर खून लगा था।
जब अंदर से कोई जवाब नहीं आया तो कुलदीप ने 9.43 बजे पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर आकर मकान के छोटे दरवाजे का गेट काटकर उसे खोला। जब वह फर्स्ट फ्लोर पर पहुंचे तो यहां बेडरूम में खून से लथपथ रुचिका का शव पलंग के पास पड़ा था।
फिर बाथरूम में जाकर देखा तो अंदर कृष का शव पड़ा था। दोनों की गले पर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए गए हैं। पुलिस ने मकान से ही चाकू बरामद कर लिया है। उसने मालिक के घर से नकदी भी चोरी की। मेडिकल बोर्ड के द्वारा दोनों का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है।
सीसीटीवी फुटेज में दिखा दोहरे हत्याकांड का आरोपित नौकर
पुलिस ने हत्यारे का पता लगाने के लिए कारोबारी के घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाली। इसमें नौकर मुकेश पासवान घर के अंदर और बाहर जाते हुए दिखा। तुरंत पुलिस ने उसके मोबाइल की लोकेशन का पता लगाया।
वह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से मगध एक्सप्रेस ट्रेन में बैठा था। फिर संबंधित रेलवे स्टेशनों पर उसकी जीआरपी व आरपीएफ को उसकी लोकेशन बताई। इसके बाद आरोपित को आरपीएफ, जीआरपी व स्थानीय चंदौली पुलिस ने पं. दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपित अपने गांव जाने की फिराक में था। दिल्ली पुलिस उसे लेकर आ रही है। पुलिस को उसके बैग से करीब एक लाख रुपये भी मिले हैं। यह उसने कारोबारी के घर से चोरी किए थे।
मालकिन की हत्या के लिए एक घंटे तक घर में छिपा रहा मुकेश
पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपित शाम करीब साढ़े छह बजे घर के अंदर घुसा था। यहां पर उसे कृष मिला तो उसकी हत्या कर दी। उस समय रुचिका घर में नहीं थी।
मुकेश ने करीब एक घंटे तक घर में छिपकर ही अपनी मालकिन का इंतजार किया। जैसे ही वह घर में आई तो तुरंत उसके गले पर चाकू से एक के बाद एक कई वार कर दिए।
मुकेश ने 45 हजार रुपये के लिए तोड़ा तीन साल का भरोसा
मूलरूप से बिहार के वैशाली स्थित गांव धतुआ निवासी मुकेश पासवान पिछले तीन साल से कुलदीप की दुकान पर काम कर रहा था। वह ड्राइविंग और घर का काम भी कर देता था। इस वजह से पूरे परिवार को उस पर भरोसा था। कुछ दिन पहले रुचिका ने मुकेश को एडवांस सैलरी के तौर पर 45 हजार रुपये दिए थे।
इसके बाद वह कभी दुकान पर आता तो कभी बिना बताए छुट्टी कर लेता। पेट में पथरी का दर्द होने की बात कहकर आठ दिन से ड्यूटी पर नहीं आया था। इसको लेकर रुचिका की उससे मोबाइल पर वीडियो कॉल पर बात हुई।
रुचिका ने उससे उधार दिए शेष पैसे मांगे। इस दौरान रुचिका की उससे कुछ कहासुनी भी हो गई। इसी की रंजिश रखते हुए उसने वारदात को अंजाम दिया। नवंबर में आरोपित मुकेश की शादी होनी थी।
कुलदीप जैसा मालिक किसी को नहीं मिल सकता
कुलदीप की दुकान पर मुकेश के अलावा प्रेम सागर व सुरेंद्र सहित चार सेल्समैन काम करते हैं। प्रेम और सुरेंद्र ने बताया कि कुलदीप जैसा मालिक किसी को नहीं मिल सकता। वह अपने कर्मचारी की मदद के लिए हर समय तैयार रहते हैं।
ऐसा कोई भी विवाद दुकान पर नहीं हुआ, जिसके चलते मुकेश इतनी घिनौनी वारदात कर दे। हालांकि वह गुस्सैल प्रवृति का था। मुकेश ने हत्या के इरादे से ही घर में घुसा था। उसे पता था कि कुलदीप रात करीब साढ़े 10 बजे दुकान से आता है। इस दौरान घर में रुचिका और उसका बेटा ही रहता है।

