
दिल्ली में हाईकमान ने पार्टी नेताओं को बयानबाजी और अंधरूनी लड़ाई से बचने की सलाह दी।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
लेकिन उत्तराखंड आते ही कांग्रेस के अंदर बयानबाजी शुरू हो गई है। पहले हरक सिंह रावत ने हरीश रावत को 2022 चुनाव की हार की वजह बताई। हरक सिंह का कहना था कि हरीश रावत की जिद की वजह से कई सीटें हारें। खासकर तीन सीटें। दो सीटों से हरीश रावत खुद चुनाव हार तीसरी सीट पर प्रत्याशी बदलवाया गया।
कहा कि हरीश रावत की वजह से कांग्रेस कई सीटें हार गई। हरीश रावत ने भी हरक सिंह पर जबावी हमला बोला। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के नेता हरीश रावत ने कहा था कि पार्टी को 2027 की तैयारी करते हुए ऐसे चेहरे को आगे करना चाहिए, जो जनता के बीच लोकप्रिय हो। बता दें कि हरीश रावत ने पहले ही 2027 का विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। इसके बाद से कांग्रेस में अंदर खाने कई नए समीकरण बन रहे हैं।
अब इस मामले में धारचूला से कांग्रेस विधायक हरीश धामी सामने आए हैं। हरीश धामी ने हरक सिंह रावत को कांग्रेस का लंगड़ा घोड़ा बताया है। उन्होंने कहा कि हरक सिंह रावत जैसे नेता ही लंगड़े घोड़े हैं। क्योंकि जब पार्टी के लिए दौड़ने की जरूरत थी, तब लंगड़ापन दिखाकर बीजेपी में चले गए। हरीश धामी ने ये भी कहा कि जो लोग ये कहते हैं कि हरीश रावत की वजह से 2022 का चुनाव हारे, ये उनकी गलतफहमी है, और हरक रावत की वजह से कांग्रेस कमज़ोर हो रही है और आज जहां भी उत्तराखंड में कांग्रेस है, वो हरीश रावत की बदौलत है।
कांग्रेस संगठन के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता की वजह से है, और कौन अच्छा है, कौन काम का है, ये देखना हाइकमान का काम है, इसलिए नेताओं को ऐसे बयान देने से बचना चाहिए। कांग्रेस की लंगड़े घोड़े की राजनीति में अब भाजपा भी चुटकी ले रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि कांग्रेस में अभी कई लंगड़े घोड़ों का पता चलेगा, और 2027 चुनाव से पहले कांग्रेस में विवाद बढ़ेगा, और तीसरी बार उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार बनेगी।
