उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भारी बारिश की वजह से मंगलवार तड़के बादल फटने की घटना हुई। बादल फटने के बाद तमसा नदी उफान पर है जिससे शहर में बाढ़ जैसे हालात हो गए है।

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तबाही के बीच अब तक दर्जनों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, वहीं दो लोग अब भी लापता है।

इस घटना में कई घर नष्ट हो गए और कई कारें व दुकानें बह गईं। बादल फटने की यह घटना देर रात हुई और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया। दो लापता लोगों की तलाश के लिए बचाव और राहत अभियान जारी है।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी

घटना की खबर मिलते ही, ज़िला मजिस्ट्रेट सविन बंसल, उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) कुमकुम जोशी और अन्य अधिकारी नुकसान का आकलन करने के लिए घटनास्थल पर पहुँचे। उन्होंने बचाव अधिकारियों को जल्द से जल्द दोनों लापता लोगों की तलाश और बचाव कार्य करने के निर्देश दिए।

देहरादून और टिहरी गढ़वाल के लिए रेड अलर्ट जारी

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देहरादून और टिहरी गढ़वाल के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें आज सुबह 9 बजे तक अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। रेड अलर्ट में 15 मिमी प्रति घंटे से ज़्यादा की भारी बारिश, गरज के साथ छींटे और 87 किमी/घंटा तक की तेज़ हवाएँ चलने का भी अनुमान है। ये गंभीर मौसम की स्थिति पूरे दिन जारी रहने की उम्मीद है, जिससे और नुकसान और व्यवधान की संभावना है।

देहरादून से प्राप्त तस्वीरों में तमसा नदी उफान पर दिखाई दे रही है, जिससे व्यापक बाढ़ आ गई है। टपकेश्वर महादेव मंदिर, जो एक पूजनीय स्थल है, सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्रों में से एक है, जिसके परिसर में पानी भर गया है। मंदिर के पुजारी आचार्य बिपिन जोशी के अनुसार, सुबह लगभग 5 बजे नदी का प्रवाह तेज़ होने लगा, जिससे मंदिर क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हो गया।


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